केरल में आई भाषण बाढ़ में ना जाने कितने लोगों के घर तबाह हो गए, गांव-के-गांव बाढ़ में बह गए, कितने ही लोग बेघर हो गए, और कई सारे लोगों की जान चली गयीं. लेकिन इतनी बड़ी आपदा भी इस राज्य के हौसले को तोड़ नहीं पायी. यहां लोग एकजुट होकर इस प्राकृतिक आपदा के सामने खड़े हो गए. हालांकि, पूरे देश और विदेशों से भी बाढ़ पीड़ितों की मदद के हाथ आगे बढ़ रहे हैं. देश के नागरिक भी हर तरह से यहां के लोगों की मदद कर उनको राहत पहुंचाने का काम कर रहे हैं. बचाव अभियान से लेकर राज्य को अपने पैरों पर खड़ा करने के लिए और पीड़ित लोगों की मदद करने के लिए लोग अपना सब-कुछ लगा रहे हैं.

हाल ही में खबर आई थी कि एशियन गेम्स में भागलेने वाली सीमा पुनिया ने उनको मिली पॉकेट मनी केरल राहत कोष में दान कर दी. वहीं अब कोल्लम से एक खबर आ रही है कि एक परिवार ने लॉटरी में जीती हुई राशि सीएम राहत कोष में दे दी है.

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जी हां, कोल्लम के अंचल में रहने वाले लॉटरी एजेंट और सेल्समैन हम्सा ने राज्य सरकार की निर्मल लॉटरी योजना के तहत बीते 10 अगस्त को एक लाख रुपये राशि की लॉटरी जीती थी. ये पल उनके और उनके परिवार के लिए बहुत खुशियों भरा था, लेकिन इस परिवार ने इस राशि का इस्तेमाल करने के लिए बहुत ही सराहनीय काम किया, उन्होंने ईनाम राशि को केरल बढ़ पीड़ितों की मदद के लिए देने का फ़ैसला लिया.

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इस फैसले को लेने के बाद हम्सा, उनकी पत्नी सोनिया और बेटियां फ़ातिमा और हादिया केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन के पास पहुंचे और उन्हें लॉटरी का टिकट दे दिया. उनके इस कदम की हर तरफ तारीफ़ हो रही है. वहीं, केरल में मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष की ओर से घोषणा की गई है कि और फंड जुटाने के लिए स्पेशल लॉटरी निकाली जाएगी.

राज्य के वित्त मंत्री थॉमस इसाक ने बीते शुक्रवार को इस बाबत जानकारी दी. उन्होंने बताया कि लॉटरी के टिकट की कीमत 250 रुपये होगी और 3 अक्टूबर को ड्रॉ निकाला जाएगा. इस लॉटरी का पूरा पैसा मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष को जाएगा. सदी की सबसे भयानक बाढ़ ने केरल के 14 जिलों में ज़बरदस्त तबाही मचाई है.

केरल के सीएम ने पूरी दुनिया के मलयाली लोगों से अपील की है कि वो केरल को इस विपदा से उबरने के लिए सीएम राहत कोष में अपनी एक महीने की सैलरी दान दें.

इस परिवार ने साबित कर दिया कि आज भी केवल अपने बारे में सोचने वालों के बीच कुछ लोग ऐसे भी हैं जो दूसरों के दर्द को अपना समझते हैं और इंसानियत दिखाते हुए उनकी मदद के लिए आगे आते हैं. देश के हर नागरिक को इनसे सीख लेनी चाहिए और सदी की सबसे भयानक बाढ़ से तबाह हुए परिवारों की मदद के लिए आगे आना चाहिए.