मन में कुछ कर गुज़रने का जूनून हो, तो इंसान कुछ भी कर सकता है, इसके लिए उम्र मायने नहीं रखती. ज़रा सोचिये कि कहीं कोई दौड़ हो रही हो और एक बुज़ुर्ग महिला रेस में गोल्ड मेडल जीत जाये तो क्या होगा? जी हां, ऐसा ही कुछ कारनामा 102 साल की एक बुज़ुर्ग महिला ने कर दिखाया है.
क्यों हो गए न हैरान!

पंजाब के पटियाला की रहने वाली 102 साल की मन कौर ने ये नामुमकिन सा लगने वाला काम कर दिखाया है. जिस उम्र में लोग अपने पैरों पर सही से खड़े भी नहीं हो पाते हैं उस उम्र में इस बुज़ुर्ग महिला ने दौड़ में गोल्ड मेडल जीतकर देश का नाम रौशन किया है. ये एक बड़ी उपलब्धि है.
Amazing 101 year old completing the 100m @WMG2017 #WMG2017 pic.twitter.com/wUEcPHThv0
— Wɐʎuǝ Qnǝpןǝʎ (@UUJQ) April 23, 2017
हाल ही में स्पेन के मलागा में 100 से 104 साल के बुज़ुर्गों के लिए आयोजित ‘वर्ल्ड मास्टर्स एथलेटिक्स’ प्रतियोगिता में मन कौर ने 200 मीटर की दौड़ 3 मिनट 14 सेकेंड में पूरी कर गोल्ड मेडल हासिल किया. ये पहली बार नहीं है जब मन कौर ने कोई रेस जीती हो. पिछले साल न्यूज़ीलैंड के ऑकलैंड में आयोजित ‘वर्ल्ड मास्टर्स गेम’ के दौरान भी उन्होंने 100 मीटर की दौड़ में गोल्ड मेडल जीता था. उनका गोल्ड पाने का सिलसिला अब तक रुका नहीं है.

जहां लोग छोटी सी उम्र से ही एथलीट बनने की तैयारी करते हैं, लेकिन मन कौर ने 93 साल की उम्र से इसकी शुरुआत की. वो सुबह 4 बजे उठकर अपने दिन की शुरुआत करती हैं, जिसमें वो लगातार दौड़ और पैदल चलने का अभ्यास भी करती हैं. इसके अलावा वो इस उम्र में भी 20 किलोमीटर तक दौड़ लगाती हैं.
मन कौर की इस शानदार उपलब्धि के बाद सोशल मीडिया पर उनकी जमकर तारीफ़ हो रही है.
LOOK AT THAT SMILE !!! Man Kaur from India wins the 200m GOLD in the World Masters Athletics #WMAMalaga2018. Age group 100- 104 years!!
What a privilege for every person in the world to see her in action and to share her joy 😊😊#PinkathonFOREVER pic.twitter.com/hDvWc3EVVf— Milind Usha Soman (@milindrunning) September 11, 2018
मशहूर मॉडल-एक्टर और एथलिट मिलिंद सोमन ने ट्वीट कर मन कौर इनके जज़्बे को सलाम करते हुए लिखा ‘इनकी मुस्कान देखिए!!! भारत की मन कौर ने वर्ल्ड मास्टर एथलेटिक्स-2018 में 200 मीटर की रेस में गोल्ड मेडल जीता है. आज दुनिया का हर शख़्स उनके इस जज़्बे की सराहना कर रहा है.’

मन कौर आज जिस मुकाम पर हैं इसके लिए उनके 78 वर्षीय बेटे गुरु देव उन्हें हमेशा प्रोत्साहित करते हैं. गुरु देव ख़ुद भी सीनियर सिटीज़न के लिए आयोजित होने वाले विभिन्न वर्ल्ड मास्टर्स गेम्स में भाग लेते हैं.

102 साल की मन कौर उन लोगों के लिए प्रेरणास्रोत हैं, जो उम्र का बहाना बनाकर अपनी परेशानियों से हार मान लेते हैं. इन्होंने दिखा दिया कि अगर आपके अंदर किसी काम को करने का जुनून है, तो आप उसे आसानी से कर सकते हैं.