सपने हम सभी देखते हैं लेकिन हम में से कम ही लोग उन सपनों को पूरा कर पाते हैं. बसीरहाट के अजय कुंडू का भी एक सपना था, अपने शहर में अपने आर्दश नेताजी सुभाषचंद्र बोस की मूर्ति लगाने का.   

पेशे से ऑटोड्राइवर, अजय ने अपनी ज़िन्दगीभर की बचत नेताजी की मूर्ति में ख़र्च किए. वहीं शिल्पकार की फ़ीस और मूर्ति के सौंदर्यीकरण के लिए अजय ने दोस्तों, रिश्तेदारों से मदद ली. अजय कुंडू के इस निर्णय को उसकी पत्नी और बच्चों ने पूरा समर्थन दिया. 

The Telegraph

अजय ने चौथी कक्षा तक पढ़ाई की है. स्कूल में कुछ साल बिताने वाले अजय के मन में नेताजी बस गए और अजय ने उन्हें अपना हीरो बना लिया. The Telegraph से बात-चीत में अजय ने बताया,

मैंने कुछ साल ही स्कूल की पढ़ाई की है. उतने ही सालों में मुझे पता चल गया था कि नेताजी ही इस देश के असली हीरो हैं. इसके बाद मैंने कई जानकारों से उनके बारे में सुना और निष्कर्ष निकाला कि उनके बिना हमे आज़ादी और देर से मिलती. 

-अजय कुंडू

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तृणमूल विधायक, दिपेंदु बिस्वास ने बीते रविवार को बसीरहाट में नेताजी की मूर्ति का अनावरण किया.  

मुझे हमेशा लगता था कि बसीरहाट में नेताजी की एक मूर्ति होनी चाहिए. यहां नेताजी के कई छोटी मूर्तियां हैं लेकिन कलकत्ता के श्यामाबाज़ार में लगी नेताजी की मूर्ति को देखकर मुझे बहुत अच्छा लगता था. मेरा सपना था कि बसीरहाट में भी वैसी ही एक मूर्ति लगे. मैंने पिछले साल दिपेंदु भैया से अपनी इच्छा ज़ाहिर की और उन्होंने मेरी मदद की. 

-अजय कुंडू

विधायक बिस्वास ने पीडब्लूडी अधिकारियों को चिट्ठी लिखी और अजय को मूर्ति लगाने के लिए प्लॉट देने का निवेदन किया. अजय के सपने को साकार करने के लिए विधायक ने अपने विकास फ़ंड से 30 हज़ार दिए.