कश्मीर में इस वक़्त चुनाव चल रहे हैं. पहले चरण की वोटिंग में बाधा आने के बाद यहां दोबारा मतदान करवाए गए. दो दिनों पहले एक CRPF जवान को धक्का देते, मारने की कोशिश करते एक कश्मीरी युवक के वीडियो से पूरा देश आक्रोश में था. ऐसे ही एक और वीडियो ने फिर से सबका ध्यान खींचा है.

इस वीडियो में आर्मी जीप में एक कश्मीरी युवक को बांध कर ले जाया जा रहा है. ये वीडियो बडगाम ज़िले के बीरवाह का है, ये जगह ओमर अब्दुल्ला की Constituency भी है. इस वीडियो के बाद ही ओमर सहित सभी कश्मीरियों का गुस्सा आर्मी पर फिर से उतरा है. इस क्षेत्र में भी बाक़ी क्षेत्रों की तरह ही पत्थरबाज़ी हुई थी, जिसका मकसद चुनाव प्रक्रिया को हानि पहुंचाना था.

ये वीडियो अभी तक कई Platforms पर शेयर किया जा चुका है और हर तरफ़ इसे निंदनीय बताया जा रहा है.

ओमर अब्दुल्ला भी अपने ट्वीट में कह रहे हैं कि मैं मानता हूं जो उस जवान के साथ हुआ, वो ग़लत था. लेकिन ये भी उतना ही ग़लत है. आप इस तरह से ये सन्देश दे रहे हैं कि जो भी पत्थरबाज़ी करेगा, उसका कुछ ऐसा हश्र होगा.

कहा जा रहा है कि आर्मी ऐसा इसलिए कर रही है, ताकि किसी अपने को जीप पर बंधा देख, लोग पत्थर नहीं मारेंगे. ओमर ने अपने दूसरे ट्वीट में इस पर तुरंत एक्शन लेने की बात कही है.

ऐसा पहली बार नहीं हुआ कि सेना और कश्मीरियों के बीच की टेंशन इस तरह से दुनिया के सामने आ रही है. हालांकि इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है कि ये दोनों ही घटनाएं अमानवीय हैं और कश्मीर में शांति की पहल को और पीछे धकेलती हैं.