फ़ेसबुक के सीईओ मार्क ज़ुकरबर्ग ने फ़ेसबुक के बारे में अपने विज़न को समझाते हुए एक पोस्ट शेयर किया है. फ़ेसबुक यूज़र्स को संबोधित करते हुए ज़ुकरबर्ग ने पूरे विश्व को कैसे एक समुदाय बनाया जा सकता है, इस पर अपने विचार लिखे हैं. खास बात यह है कि उन्होंने भारत के प्रधानमंत्री मोदी की उस पहल का ज़िक्र किया, जिसमें पीएम ने मंत्रियों को अपने कामकाज का ब्यौरा फ़ेसबुक पर डालने को कहा है.

मार्क ज़ुकरबर्ग ने बताया कि कैसे आजकल लोग चुनाव ख़त्म होने के बाद भी अपने नेता से मुद्दों और रोज़मर्रा की ज़रुरतों के लिए जुड़े रहते हैं. ज़करबर्ग ने ये भी बताया कि कैसे सोशल मीडिया जनता को उनके चुने हुए नेताओं के साथ सीधे संपर्क में रहने में मदद करता है. मार्क ज़ुकरबर्ग ने नरेंद्र मोदी का उदाहरण देते हुए बताया कि प्रधानमंत्री अपने मंत्रियों को फ़ेसबुक पर जानकारी साझा करने की सलाह देते हैं, ताकि इससे लोगों को सीधे फ़ीडबैक मिल सके.

इस पोस्ट में उन्होंने वैश्विक राजनीति के बारे में भी लिखा है और उसी दौरान नरेंद्र मोदी की बात की है.फ़ेसबुक ने बताया है कि केन्या में पूरा गांव व्हाट्सऐप ग्रुप से जुड़ा हुआ है, जिसमें उनके प्रतिनिधी भी शामिल हैं. हाल ही में पूरी दुनिया भर में किए कैंपेन में भारत से लेकर इंडोनेशिया और यूरोप से लेकर यूनाइटेड स्टेट्स तक उन कैंडिडेट्स को हमने जीत दर्ज करते हुए देखा है, जो फ़ेसबुक के ज़रिये लोगों से जुड़े रहते हैं.

फ़ेसबुक के सीईओ ने ये भी बताया कि पुराने समय में TV जानकारी पाने का पहला माध्यम हुआ करता था, पर 21वीं सदी में सोशल मीडिया ने TV की जगह ले ली है. पीएम मोदी लंबे समय से सोशल मीडिया से जुड़े हुए हैं, खासकर फ़ेसबुक पर वो काफ़ी सक्रीय रहते हैं.