मार्कण्डेय काटजू का नाम जब भी लिया जाता है, तब कोई न कोई विवादित बयान उनका पीछा करते हुए वहां चला आता है. भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश रह चुके काटजू ने कई ऐसे बयान दिए हैं, जिनकी वजह से उन्हें कई बार सुर्ख़ियों में जगह मिली है. काटजू ने गांधी से लेकर गोडसे, ज़ाकिर नाईक से लेकर योगी आदित्यनाथ तक सबके बारे में कुछ न कुछ कहा है. 2012 में तो काटजू साहब ने देश की 90 फ़ीसदी जनता को मूर्ख बता दिया था.

इस बार काटजू ने धर्म और विज्ञान पर कुछ लिखा है. उनके अनुसार, धर्म का अन्धविश्वास तब तक ही था, जब तक विज्ञान नहीं था. जब से विज्ञान आया है, उसके बाद धर्म की दुकान बंद हो गई है. देखिये क्या लिखा है काटजू ने अपने इस पोस्ट में:

इनकी बातों में वैसे सच्चाई तो है. जब से विज्ञान समाज में अपनी पैठ बना चुका है, तब से ऐसा कोई चमत्कार होता नज़र नहीं आता. न ही कहीं अमृत मिलता है और न ही कोई अमर आदमी मिलता है. हालांकि काटजू ने बात पते की कही है, लेकिन हमारे धर्मप्रधान देश में इस पर लोग कैसे प्रतिक्रिया देते हैं, ये कहा नहीं जा सकता.

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