कई मुस्लिम संगठनों ने नागरिकता संशोधन क़ानून के ख़िलाफ़ नये साल के पहले दिन रैली निकाली. मोदी सरकार से क़ानून को वापस लेने की मांग लेकर हज़ारों लोग सड़कों पर उतर आये.


The News Minute की रिपोर्ट के मुताबिक़, जवाहरलाल नेहरू इंटरनेश्नल स्टेडियम से ये रैली शुरू हुई और मरीन ड्राइव तक गई. महात्मा गांधी, बाबा साहेब अंबेडकर, मौलाना अब्दुल कलाम आज़ाद की तस्वीरें हाथों में लिये लोगों ने इस क़ानून के ख़िलाफ़ नारे लगाये.  

Huffington Post

इस रैली का आयोजन कई संगठनों ने मिलकर किया था.


इस रैली और विरोध प्रदर्शन की वजह से शाम के 4 बजे से लेकर 5:30 बजे तक बैनर्जी रोड पर ट्रैफ़िक थम गया. विरोध में हिंसा की घटनाएं होने की रिपोर्ट नहीं आई है लेकिन शहर का ट्रैफ़िक लगभग 2 घंटे के लिए थम गया.  

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केरल ट्रैफ़िक पुलिस को रैली से पहले नये ट्रैफ़िक डाइवर्ज़न्स बनाने पड़े. रिपोर्ट्स के मुताबिक़, कोच्चि मेट्रो में भी आम दिनों के मुक़ाबले ज़्यादा भीड़ थी.


New Indian Express की एक रिपोर्ट के मुताबिक़, 1 जनवरी को मेट्रो में लगभग 1.12 लाख लोगों ने सफ़र किया. मेट्रो खुलने के बाद ये दूसरी बार है जब मेट्रो यात्रियों की संख्या इतनी ज़्यादा बढ़ी.