कई दिनों से एक ख़तरनाक गेम लगातार चर्चा में बना हुआ है. ब्लू व्हेल नाम के इस ख़तरनाक गेम को खेलने के बाद कई बच्चे अपनी जान ले चुके हैं. ये ऐसा ख़ूनी खेल है, जो बच्चों को सुसाइड की तरफ़ धकेल देता है. अब इसके एडमिन का पर्दा फ़ाश हो गया है. इसके पीछे जिसका हाथ है, उसकी उम्र जान कर बहुत से लोगों को धक्का पहुंचेगा.
इसकी मास्टर माइंड एक 17 वर्षीय लड़की है.
रूस की इस लड़की को अब पुलिस द्वारा गिरफ़्तार कर लिया गया है. ये लड़की बच्चों को उनके परिवार वालों की जान लेने की धमकी देती थी और उनसे टास्क कराती थी. जांच में पता चला है कि ये लड़की ख़ुद भी ये गेम खेल चुकी है, पर अपनी ज़िन्दगी लेने के बजाय उसने साइट का ‘एडमिन’ बनने का फ़ैसला किया. एडमिन बन कर वो बच्चों को ये गेम खेलने के लिए और आत्महत्या करने के लिए उकसाती थी.
ये लड़की लोगों को 50 दिनों में 50 टास्क करने को कहती थी. इसकी फ़ाइनल स्टेज में उन्हें अपनी जान लेने को कहा जाता था. इसमें हॉरर मूवीज़ देखने, रात में अकेले घूमने से लेकर ख़ुद को नुकसान पहुंचाने जैसे टास्क शामिल होते थे. इस 17 वर्षीय लड़की को Khabarovsk Krai इलाक़े से गिरफ्तार किया गया है.
Moscow से एक अन्य व्यक्ति को भी इस खेल में शामिल होने के लिए गिरफ़्तार किया गया है. ये 21 वर्षीय व्यक्ति भी लोगों को उनकी जान लेने के लिए मजबूर करने में शामिल था. ये लोग बच्चों को ब्लैकमेल करते थे.
इससे पहले 26 वर्षीय Ilya Sidorov को भी इस खेल का मास्टरमाइंड होने के आरोप में गिरफ़्तार किया गया था. उसने अन्य लोगों को भी एडमिन बनाया था, जिन्हें ढूंढा जा रहा है.
रेड में पुलिस को उसके पास से नोटपैड मिला था, जिसमें वो अपने शिकार की कमज़ोरियां नोट किया करती थी. इनका इस्तेमाल कर के वो बच्चों को बहकाती थी.
हम अभी तक सोचते थे कि एक 17 साल का बच्चा अबोध होता है, उसमें बचपना और मासूमियत होती है, लेकिन वक़्त अब बदल चुका है. जब एक 17 साल की लड़की लोगों को आत्महत्या करने के लिए उकसा सकती है, हम सोच सकते हैं कि हम समाज के तौर पर कहां जा रहे हैं.