नहीं रहे लाखों हिन्दुस्तानियों की जान बचाने वाले Matthunny Mathews. अगर आप इस शख्स को नहीं जानते, तो बस ये जान लीजिए कि साल 1990 में इन्हीं के कारण कुवैत में चल रही जंग से लाखों भारतीयों को ज़िन्दा बचाया गया था.

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2 ​अगस्त 1990, इराक ने कुवैत पर हमला कर दिया था. ये इतिहास का पहला खाड़ी युद्ध था. रातों रात कुवैत पर कब्ज़ा कर लिया गया था. कुवैत में उस वक़्त लाखों हिन्दुस्तानी फ़ंसे थे. इराकी आर्मी लोगों को बिना कुछ पूछे मार रही थी. कुवैत सरकार सरेंडर कर चुकी थी, लाखों भारतीयों को बचाने वाला कोई नहीं था. तब Matthunny Mathews ने अपनी और अपने परिवार की जान के बारे में न सोच कर लाखों हिन्दुस्ता​नियों को बचाने की ठानी. Matthunny ने अपने नाम, कॉन्टैक्ट्स, पैसे और रुतबे का पूरा इस्तेमाल करते हुए हिन्दुस्तानियों को बचाने की अथक कोशिश की थी. वो कुवैत में भारतीय केन्द्र सरकार के अनौपचारिक प्रतिनिधि के तौर पर काम कर रहे थे. वी.पी. सिंह सरकार और एयर इंडिया के साथ मिलकर वो करीब 1.5 लाख हिन्दुस्तानियों को वापस भारत लाए थे.

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81 वर्षीय Matthunny, केरल के Pathnamthitta ज़िले के Kumbanad के रहने वाले थे, जो 1956 से कुवैत में रह कर Toyota कंपनी में काम कर रहे थे. 1989 में रिटायर होने के बाद उन्होंने अपना बिज़नेस शुरु किया था. केरल के मुख्यमंत्री Pinarayi Vijayan ने उनके निधन पर अफ़सोस जताते हुए उनके निस्वार्थ योगदान की चर्चा की. उन्होंने कहा कि Matthunny का योगदान भारत हमेशा याद रखेगा.

काफ़ी समय से बीमार चल रहे Matthunny का बीते शनिवार को कुवैत में निधन हो गया. Matthunny Mathews के जीवन पर बॉलीवुड फ़िल्म ‘Airlift’ भी बन चुकी है, जिसमें अक्षय कुमार ने उनका किरदार निभाया था. अक्षय ने भी ट्वीट कर अपना अफ़सोस जताया. 

Source- TOI