अगर McDonald’s में आना-जाना लगा रहता है, तो कुछ दिनों के लिए आप इसके बर्गर का मज़ा नहीं ले पाएंगे. दरअसल, उत्तर और पूर्वी भारत के 165 McDonald’s आउटलेट्स कुछ समय के लिए बंद रहेंगे. इससे पहले भी McDonald’s के कई आउटलेट्स कुछ हफ़्तों के लिए बंद रहे थे.
आउटलेट्स बंद रहने की वजह क्या है?
दरअसल, विक्रम बख्शी के स्वामित्व वाली ‘कनॉट प्लाज़ा रेस्टोरेंट्स लिमिटेड’ और ‘मैकडॉनल्ड्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड’ के बीच पिछले कुछ सालों से विवाद चल रहा है. साल 2013 में McDonald’s ने विक्रम बख्शी को एमडी पद से हटा दिया था, विक्रम ने इसके ख़िलाफ़ कंपनी लॉ बोर्ड में याचिका दायर की थी. फिर विक्रम मामले को दिल्ली हाईकोर्ट में लेकर गए. इसके बाद कोर्ट ने दोनों पक्षों को बातचीत के ज़रिये समझौता करने को कहा था.
अब ये कंपनी संभालेगी मैकडॉनल्ड्स की ज़िम्मेदारी
‘कनॉट प्लाज़ा रेस्टोरेंट्स लिमिटेड’ और ‘मैकडॉनल्ड्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड’ के बीच हुए समझौते के बाद अब एमआईपीएल भारत में McDonald’s का संचालन करेगी. इससे पहले पिछले 24 सालों से ‘कनॉट प्लाज़ा रेस्टोरेंट’ उत्तर और पूर्वी भारत में McDonald’s के कुल 165 आउटलेट्स का संचालन कर रही थी.
कब तक खुल पाएंगे McDonald’s आउटलेट्स?
कर्मचारियों की ट्रेनिंग और ऑपरेशनल प्रोटोकॉल के असेसमेंट के चलते उत्तर और पूर्वी भारत में McDonald’s के कुल 165 आउटलेट्स हफ़्ते दो हफ़्ते के लिए बंद रहेंगे. इतने दिनों तक ग्राहकों को अपने चाहते McDonald’s की सेवाओं के लिए इंतज़ार करना पड़ेगा.
घाटे को बताया जा रहा है विवाद का असल कारण
दरअसल, ‘मैकडॉनल्ड्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड’ का मानना है कि कंपनी पिछले कुछ सालों से घाटे में चल रही है. वित्त वर्ष 2016-17 में ‘कनॉट प्लाज़ा रेस्टोरेंट्स लिमिटेड’ को करीब 305 करोड़ रुपये का घाटा सहना पड़ा था. जबकि वित्त वर्ष 2017-18 में कंपनी का लाभ 65 लाख रुपये बताया गया है.
दो दशक से अधिक का करार समाप्त
‘कनॉट प्लाज़ा रेस्टोरेंट्स लिमिटेड’ और ‘मैकडॉनल्ड्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड’ के बीच 1995 में करार हुआ था. तब सीपीआरएल ने देश भर में एक साथ कई आउटलेट्स खोले थे. समय के साथ McDonald’s ने भारतीय बाज़ार में अच्छी पकड़ बना ली थी लेकिन पिछले कुछ दशक में अन्य ब्रैन्ड्स आने के चलते McDonald’s की कमाई में गिरावट देखी जाने लगी.