लोकसभा चुनाव आने वाले हैं, ऐसे में सभी पार्टियां अपने-अपने नारे और कैंपेन बनाने में जुटी हुई हैं. बीजेपी ने भी इस चुनावी माहौल में ‘मैं भी चौकीदार’ नाम का कैंपेन शुरू किया.
इस कैंपेन पर करोड़ों लोग अपने नाम के आगे ‘मैं भी चौकीदार’ लगा रहे हैं.
I am proud to join #MainBhiChowkidar movement. pic.twitter.com/CmZXo7XXN4
— Chowkidar Sanjay Mishra (@sanjaymishrra) March 20, 2019
Folks! India’s development depends on us. So fulfill our responsibilities and Let Nation help growing and also take a pledge to sort our wet and dry garbage. Proud to join this #MainBhiChowkidar initiative.
— Namo (@MaivChowkidar_) March 20, 2019
Let’s Modi Modi 😉 Modi g Again😍 pic.twitter.com/298fCUhukP
लेकिन इस शब्द का मतलब क्या है और ये कहां से आया है? इसकी जानकारी है किसी को?
सोशल मीडिया पर जिस चौकीदार नाम की बहस छिड़ी हुई है, वो उर्दू के शब्द चौकी से निकला है. चौकी किसी गांव की पहरेदारी में लगे लोगों के एक ठिकाने (Outpost) को कहते हैं. पुराने ज़माने में लोग गांव को चोरों और डकैतों से बचाने के लिए चौकी और चौकीदारों का प्रबंध करते थे.
उर्दू के शब्द चौकी(Outpost) और दार(रक्षक) को मिलाकर चौकीदार का निर्माण हुआ है. चौकीदार शब्द का मतलब आपको Oxford Dictionary में भी मिल जाएगा.
चौकीदार इन दिनों गांव की रक्षा करने की जगह किसी बिल्डिंग या फिर घर की सुरक्षा में तैनात होने लगे हैं. पहले गांव की रखवाली के लिए इन्हें नियुक्त किया जाता था. ये गांव के की चारों दिशा में चौकी बनाकर उसकी रखवाली करते थे.
आजकल पुलिस चौकीदारों का इस्तेमाल छोटे गांवों पर नज़र रखने के लिए करती है. उनका ये काम अब रूरल पोलीसिंग के अंतर्गत आता है. ऐसे किसी भी गांव में कोई भी वारदात होती है, तो पुलिस सबसे पहले चौकीदार से पूछताछ कर जानकारी जुटाती है.
आखिरी बार किसी फ़िल्म में चौकीदार शब्द का इस्तेमाल आमिर खान ने 3 इडियट्स में किया था. इसमें वो अपने गांव के चौकीदार की कहनी सुनाते हैं, जो वास्तव में अंधा था. लेकिन बीजेपी के कैंपेन ने एक बार फिर से चौकीदार शब्द को लोगों की ज़ुबान ला दिया है.