थाना चाहे किसी भी राज्य का क्यों न हो, वहां आम आदमी जाने से डरता है. क्योंकि यहां अकसर उसकी शिकायत पर एक्शन लेने के बजाए, उल्टे पुलिसवाले उसे ही पट्टी पढ़ाकर रफ़ा-दफ़ा कर देते हैं. साथ ही हमारी पुलिस अपनी नाकामी और ग़लतियों को छिपाने के लिए भी फ़ेमस है. लेकिन मेरठ का एक पुलिसवाला ऐसा भी है, जिसने न सिर्फ़ अपनी ग़लती मानी बल्कि खु़द के ख़िलाफ कंप्लेंट भी की, वो भी अपने ही थाने में.

थाने की जनरल डायरी में ख़ुद के ख़िलाफ़ कंप्लेन करने वाले इस पुलिस ऑफ़िसर का नाम है राजेंद्र त्यागी. ये मेरठ के खरखोदा थाने के एसएचओ हैं. इन्होंने अपने इलाके में गोकशी के मामलों को न रोक पाने के चलते ऐसा किया है.

दरअसल, त्यागी साहब ने थाना जॉइन करते ही कुछ नियम बनाए थे. इसके अनुसार अगर इलाके में कोई चोरी, हत्या या फिर डकैती आदि होती है, तब अपराध के हिसाब से संबंधित पुलिस वाले की शिकायत जीडी में लिखी जाएगी. इसमें पुलिस कॉन्स्टेबल से लेकर एसएचओ तक सभी पुलिसवाले शामिल होंगे.

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जनरल डायरी यानि कि जीडी वो नोटबुक होती है जिसमें एक पुलिस थाने में घटित हुई महत्वपूर्ण घटनाओं और स्टॉफ़ के बारे में लिखा जाता है.

बीते कुछ महीनों से खरखोदा में गोकशी की कई वारदातें हुई और इसे रोकने में पुलिस नाकामयाब रही. इसलिए इस अपराध को न रोक पाने की शिकायत त्यागी साहब ने अपनी ही जीडी में कर दी. इसके अलावा इस डायरी अभी तक 6 कॉस्टेंबल के ख़िलाफ भी शिकायत दर्ज की जा चुकी है.

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त्यागी साहब का कहना है कि किसी भी अधिकारी के नाम पर दो शिकायतें आती हैं, तो उसे आगे यानि के बड़े अफ़सरों तक पहुंचाया जाएगा. खै़र जो भी हो, त्यागी साहब के इस कदम की सराहना की जानी चाहिए. क्या हमारे देश के बाकी के पुलिस अफ़सर इनसे सीख नहीं ले सकते?