International Women’s Day के मौक़े पर पिंक सिटी की मेयर बदल गई. अरे चौंकिए नहीं. जयपुर नगर निगम हेरिटेज की मेयर ने ख़ुद एक दिन के लिए 8 साल की एक बच्ची को ये पद सौंपा था. चलिए बताते हैं किसके पीछे की रियल स्टोरी.
दरअसल, जयपुर की रामराज पुरा कॉलोनी के रहने वाले ओमप्रकाश जाजोरिया की 8 साल की बेटी इशिता एक दुर्लभ बीमारी से पीड़ित है. वो बोल नहीं सकती. इसके बाद जयपुर की माहापौर मुनेश गुर्जर ने ‘अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस’ के मौक़े पर उन्हें मेयर बनाने का फ़ैसला किया.

मेयर बनने के बाद इशिता ने एक नोट जारी करते हुए कहा कि, शहर को साफ़ और स्वच्छ बनाना उनका लक्ष्य है. असल में इस बच्ची के इलाज और पढ़ाई का ख़र्च मेयर ही उठा रही हैं. इस बच्ची के बारे में उन्होंने पिछले साल दिसंबर में पता चला था.

बच्ची के पिता ग़रीब हैं और उसका इलाज करवाने में असमर्थ हैं. इसलिए मेयर ने उसे गोद ले लिया है. इसके अलावा मेयर ने ये भी घोषणा की कि आने वाले समय में वो हर रोज़ आधे घंटे महिलाओं की फरियाद सुन उनका दुख-दर्द बांटेंगी. इसके लिए उन्होंने तीन से साढे तीन बजे का वक़्त तय किया है.
इस दौरान उन्होंने पिंक सिटी वासियों को ज़रूरतमंदों की हेल्प करने की अपील की.