दुनिया में बहुत से लोग ऐसे हैं, जिनके लिये पैसा नहीं इंसानियत महत्व रखती है. मुंबई के राकेश भी उन्हीं चंद लोगों में से हैं. राकेश मुंबई के अंधेरी में सेकेंड हैंड किताबों की दुकान चलाते हैं. जहां वो महज़ 10 रुपये में किताबें किराये पर देते हैं.

राकेश चाहें तो किराये पर किताबें देकर अच्छी-ख़ासी कमाई कर सकते हैं. पर उन्हें गाड़ी बंगला नहीं, बल्कि किताबों का शौक़ है. इसलिये वो अपना शौक़ पूरा कर ख़ुशहाल भरी ज़िंदगी जी रहे हैं. इसके साथ ही 10 रुपये में बुक्स किराये पर देकर वो उनके जैसे लोगों की मदद कर रहे हैं. हांलाकि, ग्राहकों को किताबें देते वक़्त उनकी एक शर्त होती हैं कि उन्हें पढ़ने के बाद उन्हें बेहतर कंडीशन में लौटाएं.

राकेश का कहना है कि उनके पास रोटी-कपड़ा, छत और किताबें हैं, जिसमें वो बेहद ख़ुश हैं. राकेश की कहानी आईएएस अधिकारी अवनीश शरण ने सोशल मीडिया पर शेयर की है, जिसके बाद लोग उनकी तारीफ़ों के पुल बांध रहे हैं. उनके बारे में जानने के बाद कई लोगों ने उन्हें आर्थिक मदद देने की कोशिश भी की. पर उन्होंने किसी की भी मदद लेने से इंकार कर दिया.

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जिन लोगों के अंदर किताबी कीड़ा है और मुंबई के अंधेरी में रहते हैं, तो राकेश जी की दुकान जाकर अपनी ये इच्छा पूरी कर सकते हैं. बाक़ी राकेश जी की तारीफ़ में हमारे पास शब्द कम हैं.