पाकिस्तान की इस घटना के बारे में जानने के बाद आपको ये विश्वास हो सकता है, कि दाऊद इब्राहिम पाकिस्तान में है और वहां की सरकार को सच में इस बात का पता नहीं है. बीते दिनों पाकिस्तान के एक नकली मंत्री की गिरफ़्तारी हुई. इस व्यक्ति का नाम सलामत अली चौहान है और ये पिछले 6 साल से पाकिस्तान का वित्तीय और कंज़्यूमर अफ़ेयर मंत्री बन कर रह रहा है.
सरकार और बाकी मंत्रियों को उल्लू बनाने के लिए सलामत 6 साल पहले, नवाज़ शरीफ़ की सरकार बनते ही बाकी मंत्रियों से घुल-मिल गया था. इसी के साथ वो पाकिस्तानी प्रधानमंत्री को भी बेवकूफ़ बनाने में कामयाब रहा.
सलामत, देश की बेराज़गारी हटाने में मदद करने के लिए प्रधानमंत्री और बाकी मंत्रियों को चिट्ठी भी लिखता था. बीते दिनों जब उसने जिला समन्वय अधिकारी (DCO) को अपने मंत्री होने का हवाला देते हुए सुरक्षा देने के लिए चिट्ठी लिखी, तो DCO ने उनकी मांग के लिए पुलिस से संपर्क किया.
पाकिस्तान की Federal Investigation Agency (FIA) ने बताया कि सलामत ने लाहौर के छम्बा हाउस में आॅफ़िस स्पेस और स्टाफ़ की भी मांग की थी, ताकि वो अपने ढोंग को असली साबित कर सके.
हैरानी की बात ये है कि 6 सालों से पाकिस्तान का हर अधिकारी, मंत्री बस इसकी बात मान कर इसे मंत्री का दर्जा दे रहा था.