जेएनयू की तर्ज़ पर अब पाकिस्तान की लाहौर और सिंध यूनिवर्सिटी में भी मौजूदा सरकार के ख़िलाफ़ आज़ादी के नारे लगने शुरू हो गए हैं. भारत की तरह ही पाकिस्तानी छात्र भी सरकार की ग़लत नीतियों का जमकर विरोध कर रहे हैं.
पाकिस्तान में लगे ‘सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है’ के नारे
हाल ही में पाकिस्तान में ‘फ़ैज़ लिटरेरी फ़ेस्टिवल’ के दौरान प्रोग्रेसिव स्टूडेंट्स फ़ेडरेशन और प्रोग्रेसिव स्टूडेंट्स कलेक्टिव के छात्रों ने इमरान ख़ान सरकार की ग़लत नीतियों का जमकर विरोध किया. इस दौरान छात्र भारतीय स्वाधीनता आंदोलन के प्रमुख क्रांतिकारियों में से एक प्रसाद बिस्मिल के लिखे ‘सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है’ नारा लगाते सुनाई दिए.
बता दें कि पाकिस्तान की लाहौर यूनिवर्सिटी में हर साल भारत-पाकिस्तान में बेहद लोकप्रिय शायर ‘फ़ैज़ अहमद ‘फ़ैज़ की पुण्यतिथि से पहले ‘फ़ैज़ लिटरेरी फ़ेस्टिवल’ आयोजित किया जाता है.पाकिस्तान में भी अपने नारों की बदौलत छात्र राज-द्रोह का वैसा ही मामला देखने को मिल रहा है. इस दौरान कई छात्रों ने ‘हम लेके रहेंगे आजादी’ जैसे नारे भी लगाए.
इस दौरान एक लेदर जैकेट वाली पाकिस्तानी छात्रा का एक वीडियो ख़ूब वायरल हो रहा है. जिसमें वो ‘बिस्मिल अजीमाबादी’ या ये कहें कि आज़ादी की लड़ाई में अंग्रेज़ों को नाकों तले चने चबवाने वाले राम प्रसाद बिस्मिल का ‘सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है’ का नारा लगा रही है.
इस वीडियो के ज़रिए लाहौर के ‘पंजाब यूनिवर्सिटी’ की छात्रा अरूज औरंगज़ेब रातों-रात ‘लेदर जैकेट वाली लड़की’ के तौर पर सुर्ख़ियों में आ गई हैं. आज अरूज पाकिस्तान में छात्र आंदोलन का चेहरा बन चुकी हैं.
sarfaroshi kī tamanna ab hamare dil mein hai
— Shiraz Hassan (@ShirazHassan) November 17, 2019
dekhna hai zor kitnā baazu-e-qatil mein hai #Lahore #faizfestival2019 pic.twitter.com/zGdL8uU11W
पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक़, पिछले काफ़ी समय से फ़ीस बढ़ोतरी, उत्पीड़न और कैंपस अरेस्ट से बौखलाए ये छात्र बेहतर शिक्षा व स्वतंत्र और निष्पक्ष शैक्षणिक माहौल की मांग कर रहे हैं. इन छात्रों ने पाकिस्तान के 50 शहरों की सड़कों पर अपनी इस मांग के इसके लिए मोर्चा निकाला है.
50 से अधिक पाकिस्तानी शहरों की सड़कों पर हिट करने के लिए छात्रों की एकजुटता मार्च के साथ, शुक्रवार को पाकिस्तान में छात्र संघों की बहाली की मांग करते हुए, अरोज औरंगजेब ने न्यूज 18 से बात की, जिसमें आंदोलन की गति और इसके महत्व के बारे में बात की गई थी।
बताया जा रहा है कि जिन छात्रों ने नारे लगाए वो छात्र वामपंथी प्रगतिशील समूह के सदस्य हैं. ऐसा माना जा रहा है कि ये नारे 29 नवंबर को होने वाले छात्र एकजुटता मोर्चे के मद्देनजर, छात्रों को जुटाने के लिए लगाए गए थे. ये मार्च शिक्षा क्षेत्र में बजट कटौती और छात्र संघों की बहाली के ख़िलाफ़ हैं.
सरकार की नीतियों को मुद्दा बनाकर पाकिस्तान के छात्र लगातार इमरान सरकार के विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं. पाकिस्तान के छात्रों का ये प्रदर्शन भी कुछ कुछ वैसा ही है जैसा हम बीते कई दिनों से भारत के JNU में देखते चले आ रहे हैं. पाकिस्तान में भी वही नारे लग रहे हैं जिन्हें लगाकर हमारे छात्रों ने शासन प्रशासन की नींद उड़ाई हैं.
पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में देश विरोधी नारेबाजी करने और दीवारों पर सरकार विरोधी बातें लिखने के आरोप में ‘सिंध यूनिवर्सिटी’ के 17 छात्रों के ख़िलाफ़ राजद्रोह का मामला दर्ज़ किया है.