कोरोना वायरस के चलते देशव्यापी लॉकडाउन के बीच महानगरों से लाखों मज़दूर पैदल ही अपने घर जाने को मजबूर हैं. इस दौरान इन दिहाड़ी मज़दूरों को भूखे पेट सैकड़ों किमी का सफ़र तय करना पड़ रहा है. इसके चलते अब तक 45 मज़दूर अपनी जान गंवा चुके हैं.
ऐसी ही एक दर्दनाक घटना लखनऊ से भी सामने आई है, जहां तेज़ रफ़्तार कार से कुचलकर एक दिहाड़ी मज़दूर की मौत हो गई.
दरअसल, बीते शनिवार को दिल्ली से 1000 किमी दूर बिहार के पूर्वी चंपारण स्थित अपने घर जाने के लिए साइकिल से निकले 26 वर्षीय साघीर अंसारी को रास्ते में एक कार ने टक्कर मार दी, जिससे उसकी मौत हो गई है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़, दिल्ली में दिहाड़ी मज़दूरी करने वाला साघीर लॉकडाउन के चलते काम नहीं मिलने के बाद 5 मई को अपने 7 दोस्तों के साथ साइकिल से घर के लिए निकला था. शनिवार को 4 दिन में साघीर अपने साथियों के साथ लखनऊ पहुंच गया था.
बीते शनिवार को सभी लोग सड़क किनारे नाश्ता कर रहे थे, तभी एक कार ने संतुलन बिगड़ने की वजह से डिवाइडर से टकराने के बाद साघीर को टक्कर मार दी. साघीर के दोस्त उसे तुरंत अस्पताल ले गए, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.
इस दौरान साघीर के दोस्तों ने बताया कि, घटना के बाद आरोपी कार से उतरा और उन्हें मुआवज़े के तौर पर रकम की पेशकश की, लेकिन बाद में वो मुकर गया. साघीर के घर पर पत्नी और 3 बच्चे हैं. एक स्थानीय संगठन की मदद से एंबुलेंस की व्यवस्था के बाद शव को उसके घर भिजवाया गया.
पुलिस के मुताबिक़ आरोपी फ़िलहाल फ़रार बताया जा रहा है. पुलिस ने अज्ञात के ख़िलाफ़ केस दर्ज किया है. आरोपी की तलाश की जा रही है.
हाल ही में लखनऊ में एक और साइकिल सवार दंपति की एक्सीडेंट में मौत हो गई थी. अज्ञात वाहन ने उन्हें टक्कर मार दी थी. ये दंपति भी साइकिल से छत्तीसगढ़ जाने के लिए निकले था. हादसे में उनके दोनों बच्चे बच गए थे. पुलिस इस मामले में भी आरोपी की तलाश कर रही है.