समाधान की ओर पहला कदम बढ़ाने से पहले समस्या के अस्तित्व को स्वीकारना पड़ता है. अच्छी बात है कि वित्तमंत्री ये मान रही हैं कि ऑटोसेक्टर बुरे दौर में है, वरना कुछ दिनों पहले तक पार्टी के लोग कैसा बुरा दौर, कौनसा बुरा दौर, मैं किसी बुरे दौर को नहीं जानता वाले मोड में थे.
वित्तमंत्री निर्मला सीतारमन ने कहा कि देश का ऑटोसेक्टर हिला हुआ है और इसके लिए ओला-ऊबर जैसे App ज़िम्मेदार हैं. मिलेनियल्स(आज-कल के लौंडे लपाटे) कैब सर्विस का इस्तेमाल कर रहे हैं, वो गाड़ी ख़रीदना पसंद नहीं कर रहे हैं. कैब सर्विस उन्हें किफ़ायती महसूस करती है.
Finance Minister Nirmala Sitharaman: Automobile industry is now affected by BS6 and the mindsets of millennial, who now prefer to have Ola or Uber rather than committing to buying an automobile pic.twitter.com/6KEecyopH3
— ANI (@ANI) September 10, 2019
पहले आंकड़ों से उनके बयान को ग़लत साबित करते हैं, बाद मे ट्रोलिंग की बात करेंगे. एक रिपोर्ट के अनुसार पिछले साल के दूसरी छमाही में और इस साल के पहले छमाही में ओला-ऊबर ने 4 प्रतिशत का ग्रोथ हासिल किया है, इस प्रगति को विशेषज्ञ औसत से भी कम मानते हैं. दूसरी ओर सोसाइटी ऑफ़ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्यूफैक्चरर्स के आंकड़ों के अनुसार पिछले साल कुल बिक्री में तकरीबन 8 फ़िसदी की गिरावट दर्ज की गई.
निर्मला सीतारमन का बयान आधारहीन तथ्यों के भरोसे तो था ही कॉमन सेंस से भी कोसों दूर था. लोगों ने सवाल उठाए कि ओला-ऊबर की वजह से ट्रक-ट्रेक्टर, टू-व्हिलर गाड़ियां आदि कंपनियों की बिक्री कैसे कम हो गई. सोशल मीडिया की दुनिया ट्रोलिंग के मामले में बेहद निर्मम बर्ताव करती है, इस बयान के बाद उन्हें फींच दिया गया.
Probably Finance Minister received the below WhatsApp forward that I received as well. Wish someone had sent her this news item as well. pic.twitter.com/zaz2C2BCde
— Pratik Sinha (@free_thinker) September 10, 2019
Real estate is affected bcoz millennials prefer to live on footpaths#BoycottMillennials
— Pritesh Shah (@prit_inc) September 10, 2019
The millennials have got no chill, so icecream industry is crashing. #BoycottMillennials
— Rofl Gandhi 2.0 (@RoflGandhi_) September 10, 2019
Aviation industry is facing crisis because millennials prefer flying in PUBG plane #BoycottMillennials pic.twitter.com/nnDPwh75jq
— #PervySage_Jiraiyya ஏழைகள் அவெஞ்சர் (@GreySasquatch) September 10, 2019
Boycott Millennials as most of them are against dowry which in turn reducing cash liquidity in market and slowing down economy. #BoycottMillennials pic.twitter.com/krUqEIllO0
— उत्कर्ष (@Utk_Rai) September 10, 2019
BHEL is at its lowest in 15 years because millennials prefer paani puri. #BoycottMillennials
— ᴛʜᴇ ᴍᴏɴᴋ ᴡʜᴏ sᴏʟᴅ ʜɪs ғᴜᴄᴋᴇᴇʀɪ (@puntinational) September 10, 2019
The market for ‘Gobar’ is down,
— Anoop Tomer (@anooptomer) September 10, 2019
because millennials ain’t buying ‘no shit’.#SayItLikeNirmalaTai #BoycottMillennials
The only millennial concerned for car industry. #BoycottMillennials pic.twitter.com/Drbtw0VCFo
— Rofl Gandhi 2.0 (@RoflGandhi_) September 10, 2019
ISRO doesn’t have enough astronauts because millennials keep asking for space all the time #BoycottMillennials
— mellow yellow (@sonakshinakshi) September 10, 2019
ONGC is suffering losses because millennials prefer Japani tel. #BoycottMillennials pic.twitter.com/FkvPczG5JW
— Rehan (@RRehaann) September 11, 2019
The cosmetic industry is down because millennials are using filters and editing apps on Phone .#BoycottMillennials #NirmalaSitaraman
— Akhilesh Thorat (@akhilesh_thorat) September 10, 2019
कहने वाले तो ये भी कह रहे हैं कि निर्मला सीतारमन JNU को बदनाम करने के लिए ऐसे बयान दे रही हैं.