छी… यार… ये कैसे समाज का हिस्सा हैं हम!
कभी-कभी कुछ ख़बरें पढ़ने के बाद दिल से यही शब्द निकलता है न. आसिफ़ की कहानी भी ऐसी है. पिछले कुछ दिनों से आसिफ़ नामक लड़के का वीडियो सोशल मीडिया पर इधर से उधर घूम रहा है.

इस वीडियो को जितनी बार देखो बस यही लगता है कि इंसान दिन पर दिन शैतान बनता जा रहा है. आसिफ़ वही मासूम लड़का है जिसे गाज़ियाबाद के एक मंदिर से पानी पीना भारी पड़ गया. लड़के का पहला गुनाह ये है कि वो इंसान होने के साथ-साथ है. ऐसे में उसे मंदिर के अंदर घुसकर पानी नहीं पीना चाहिये था. बस इसी गुनाह के लिये उसे एक शख़्स ने धर कर पीट दिया.
This kids fault was that despite being his name is Asif and he was drinking water at a Temple.#IslamphobiaInIndia pic.twitter.com/M2Ly31E5UZ
— Muhammad (@MohdBM793) March 12, 2021
ये घटना डासना कस्बे के मंदिर की थी, जहां आसिफ़ के प्रवेश पर केयरटेकर श्रृंगी नंदन यादव को ग़ुस्सा आई और उन्होंने 14 साल के लड़के को जम कर पीट दिया. आसिफ़ को गंभीर रूप से काफ़ी चोट आई है. इस बारे में उसके पिता का कहना है कि उनका बेटा काफ़ी देर से प्यासा था. प्यास बुझाने के लिये वो मंदिर की टंकी से पानी पीने लगा. वहीं उसकी पहचान पता चलने पर उसकी ख़ूब पिटाई की गई. उसे इतनी बुरी तरह मारा गया कि उसके सिर पर गंभीर चोटें आई हैं.
उपरोक्त वीडियो का तत्काल संज्ञान लेकर टीम गठित कर मार पिटाई करने वाले व्यक्ति- श्रृंगी नंदन यादव पुत्र अश्वनी कुमार यादव निवासी गोपालपुर थाना संवारा भागलपुर बिहार को हिरासत में लिया गया एवं मुकदमा पंजीकरण/वैधानिक कार्रवाई संबंधी प्रक्रिया प्रचलित की गई pic.twitter.com/MVEXfqwnJ6
— GHAZIABAD POLICE (@ghaziabadpolice) March 12, 2021
आसिफ़ के पिता का कहना है कि मंदिर में पहले भी इस तरह की कई पाबंदियां थीं, पर हाल ही में कुछ नियमों में बदलाव देखे गये थे. घटना के बारे में बताते हुए आसिफ़ के पिता ने ये भी कहा है कि ‘क्या पानी का कोई धर्म होता है’?

आसिफ़ के पिता का ये सवाल जयाज़ और दुखद है, जिस पर हम सबको शर्म आनी चाहिये. गाज़ियाबाद की ये घटना हमारी इंसानियत पर कई सवाल खड़े कर रही है, जिसने हर किसी को हिला कर दिया है. सोशल मीडिया पर आम जनता से लेकर कई बड़े-बड़े लोगों ने आसिफ़ के क़िस्से पर अफ़सोस जताया है.
कभी प्यास लगे तो मस्जिद और गुरुद्वारे आ जाना यहां नाम पूछ कर पानी नहीं पिलाते…
— Ajaz Khan (@AjazkhanActor) March 14, 2021
— Swara Bhasker (@ReallySwara) March 13, 2021
SORRY SORRY SORRY EXTREMELY SORRY ASIF. #SorryAsif pic.twitter.com/oA1GOkNdHr
— Vinod Kapri (@vinodkapri) March 14, 2021
#SorryAsif
— Kavita Krishnan (@kavita_krishnan) March 14, 2021
A thirsty child thrashed by a man called Shringi Yadav for drinking water in a temple – because his name, Asif, identified him as Muslim. Communal untouchability – very like caste untouchability practices where Dalits are thrashed for using community water sources. pic.twitter.com/IWs4c87qa4
This #SorryAsif trend is really moving. Thank you lovely people! Hope the child knows how much he’s loved by rest of Indians. Hope his perpetrator Shringi NandanYadav also realises one day how Hindutva gang misled him to be a hatemonger and it wasn’t worth it.
— Rifat Jawaid (@RifatJawaid) March 13, 2021
Not in the name of God. #SorryAsif
— Sonam Mahajan (@AsYouNotWish) March 13, 2021
Unbearably painful. How can we, we who believe in India’s goodness, create a citizens movement so that young Asif never lacks drinking water ever, when he is thirsty. #SorryAsif “Oh judgement thou art fled to brutish beasts and men have lost their reason.” https://t.co/DnVoYowgrm
— Sagarika Ghose (@sagarikaghose) March 14, 2021
#SorryAsif . It hurts to know what you went through.
— Saba Naqvi (@_sabanaqvi) March 14, 2021
आसिफ़ एक प्रतीक है ऐसे लोगों के जो भाजपाइयों द्वारा फैलाए जा रहे घृणित मानसिकता और ज़हरीली विचारधारा का जो इंसान को इंसानियत से नहीं, उसके नाम, मज़हब या बकौल PM, कपड़ों से पहचानना और अमानवीय व्यवहार करना सिखाता है, के शिकार हुए।
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) March 13, 2021
सभी सच्चे धर्म और इंसानों की ओर से #SorryAsif !!
नंदन यादव नहीं करेगा तो क्या अमित शाह और नितिन गड़करी का बेटा हिंसा करेगा? जय शाह और निखिल तथा सारंग गड़करी अरबों रुपयों के व्यापारी हैं। बीजेपी के हर दूसरे मंत्री के बच्चे विदेश में हैं। गंदा काम और दंगा काम वे दलितों, पिछड़ों से ही कराते हैं। यही वर्ण व्यवस्था है। #SorryAsif
— Dilip Mandal (@Profdilipmandal) March 13, 2021
यादव तो दूर वो दरिंदा इंसान कहलाने लायक़ भी नही है, ऐसे लोगों को धक्के मारकर किनारे करना जरुरी है ऐसे दरिंदे समाज के लिए कैंसर से ज्यादा खतरनाक वायरस हैं। एक जिम्मेदार नागरिक के तौर पर हम उस बच्चे से माफ़ी मांगते हैं, क्योंकि ऐसा न हो ये हम सबकी जिम्मेदारी है #SorryAsif https://t.co/5MOQlEYTYh
— Brajesh Yadav🇮🇳 (@BrajeshYadavSP) March 13, 2021
आसिफ़ को लेकर अब तक 600K से ज़्यादा ट्वीट किये जा चुके हैं. मामले को तूल पकड़ता देख गाज़ियाबाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ़्तार कर लिया है और उस पर कार्यवाही की जा रही है.

हो सकता है कि आरोपी को कड़ी से कड़ी सज़ा मिले और ये भी हो सकता है कि वो दो-चार दिन में जेल से बाहर आ जाये. पर क्या आसिफ़ को इंसाफ़ मिल पायेगा. पानी के लिये उसे बुरी तरह पीटकर जो आंतरिक और बाहरी चोटें दी गई हैं उसका क्या. प्लीज़ यार… इंसान बनो… पानी पिलाने से बड़ा पुण्य का काम कोई नहीं हो सकता. #WeAreSorryAsif