मीराबाई चानू ने विश्व वेटलिफ़्टिंग चैंपियनशिप में गोल्ड जीत लिया है. दो दशक से ज़्यादा समय से किसी भारतीय महिला ने इस प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक नहीं जीता था. चानू ने स्नैच में 85 किलो और क्लीन एंड जर्क में 109 किलो वज़न उठाया. 48 किलो वर्ग में कुल 194 किलो वज़न उठा कर चानू ने राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया है.
विश्व चैंपियनशिप में गोल्ड हासिल करने वाली, वो कर्णम मल्लेश्वरी के बाद दूसरी भारतीय महिला हैं. अमेरिका के अनाहिम में आयोजित वर्ल्ड चैंपियनशिप में उन्होंने ये जीत हासिल की है, जिसमें थाईलैंड की सुकचारोन तुनिया ने रजत और सेगुरा अना इरिस ने कांस्य पदक जीता.

चानू से पहले कर्णम मल्लेश्वरी ने 1994 और 1995 में विश्व चैंपियनशिप में गोल्ड जीता था. चानू ने पिछला प्रदर्शन निराशाजनक होने के बाद भी हिम्मत नहीं हारी और खुद को साबित कर दिया. रियो ओलिंपिक में वो महिलाओं के 48 किलो भार वर्ग के क्लीन एवं जर्क में अपने तीनों प्रयासों में नाकाम रही थीं. वो ओवरऑल स्कोर में जगह नहीं बना पायी थीं.
सितंबर में ऑस्ट्रेलिया में हुई सीनियर वेटलिफ़्टिंग चैंपियनशिप में गोल्ड जीत कर वो अगले साल होने जा रहे कॉमनवेल्थ गेम्स में भी जगह बना चुकी हैं. हम इस उपलब्धि के लिए उन्हें हार्दिक बधाई देते हैं.