बीते शनिवार जम्मू के सुंजवान सैन्य शिविर में हुए आतंकी हमले में सेना के जवानों ने 4 आतंकियों को मारा गिराया. बताया जा रहा है कि हमले में 5 जवान शहीद हो गए और एक स्थानीय नागरिक की मौत हो गई. दुख की इस घड़ी में एक अच्छी ख़बर भी सुनने को मिली. दरअसल, इस आतंकी हमले में घायल महिला ने अस्पताल में एक बच्ची को जन्म दिया.
ख़बरों के मुताबिक, शाहज़ादा खान नामक महिला की प्रेगेनेंसी को 35 हफ़्ते हो चुके थे. आतंकी हमले से अंजान शाहज़ाद अपने घर पर टहल रही थी, तभी आतंकियों ने उसे अपना निशाना बनाते हुए, पीछे से उसके शरीर के निचले हिस्से पर गोली चला दी.
जख़्मी शाहज़ादा को गंभीर हालत में सतवारी में सैन्य अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टर्स ने मां और बच्चा दोनों की ज़िंदगी बचाने के लिए काफ़ी मेहनत की. दोनों की पल्स धीरे-धीरे चल रही थी.
She is a miracle baby. Delivered last night. Mother is an army soldier’s wife. Mother shot in the back. Emergency evacuation in a hail of gun fire at Sunjuwan. Was rushed to military hospital Satwari. C section delivery. Both mom and child are healthy, reports @gauravcsawant pic.twitter.com/cpqJHOg36o
— Poulomi Saha (@PoulomiMSaha) February 11, 2018
एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, गोलियों से घायल शाहज़ादा को बचाने के लिए डॉक्टर्स ने पूरी रात काम किया और C-Section डिलीवरी के ज़रिए डॉक्टर्स नवजात बच्ची को दुनिया में लाने में कामयाब रहे. इसके साथ ही मां और बच्ची दोनों की हालत स्थिर है.
Maj Avijit Singh is recovering well and so are Shazada, wife of Nk. Nazir Ahmad Khan and their little baby girl. Their pictures brought tears of relief to my eyes.
Jai Hind to the doctors of Military Hospital Satwari. pic.twitter.com/Hhw6VTJLiR— kaveri (@ikaveri) February 11, 2018
कहते हैं कि 100 मौतों से बड़ी एक ज़िंदगी होती है. आतंकियों का मकसद था उन्हें मारना, लेकिन कुदरत का मकसद था बच्ची को दुनिया में लाना. इस केस में महिला की हिम्मत की भी दाद देनी पड़ेगी, जिसने मुश्किल हालातों में काफ़ी धैर्य से काम लिया और शुक्रिया उन सभी डॉक्टर्स को जिनकी बदौलत एक मासूम को दुनिया देखने का मौका मिला.