देश में छेड़-छाड़ की घटनाएं कम होने के बजाए बढ़ती चली जा रही हैं. गुंडों-बदमाशों की हिम्मत इतनी बढ़ती जा रही है कि वे लड़कियों के साथ छेड़छाड़ करते हैं और वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाल देते हैं.
बदलते दौर के साथ छेड़छाड़ के तौर-तरीके भी आधुनिक होते जा रहे हैं. क़ानून व्यवस्था और महिला सुरक्षा पर रोज़ उंगलियां उठ रही हैं, कि आख़िर सत्ता पक्ष के लोग कर क्या रहे हैं?
दिलवालों की दिल्ली, छेड़खानी वालों की दिल्ली मे बदलती जा रही है. सुबूत है शिवानी गायरोला का ये ट्वीट:
My 19-year-old cousin sister has been living in Delhi for 3 months, and she has been molested 7 times. If you think it doesn’t get worse, you don’t know Delhi.
— Shivani Gairola (@misslolno) September 29, 2018
शिवानी ने कल ट्विटर पर लिखा कि उनकी 19 वर्षीय बहन के साथ 3 महीनों में 7 बार छेड़-छाड़ की घटना घटी.
शिवानी ने आगे लिखा:
She told me of this breed of molesters who travel on route 544 plying from South Ex specifically because that bus carries young girls on their way to college – Kamala Nehru and Gargi. Who regularly and repeatedly do things that makes her eyes sting with tears to even repeat.
— Shivani Gairola (@misslolno) September 29, 2018
‘मेरी बहन ने बताया कि दिल्ली के बस रूट 544 में Molesters का एक दल काम करता है जो कमला नेहरू और गार्गी कॉलेज जाने वाली लड़कियों के साथ छेड़छाड़ करता है.’
She raised an alarm and threw out a guy one time, and he was on the bus again, the very next day. These are not coincidences or one-off incidents. These are sickening individuals who travel on that bus with the sole purpose of harassing young girls trying to get an education.
— Shivani Gairola (@misslolno) September 29, 2018
‘एक बार उसने शोर मचाया था और एक लड़के को धक्का दिया था लेकिन अगले ही दिन वो फिर से उसी बस में था. ये कोई संयोग नहीं. ये मानसिक तौर पर अपंग लड़के हैं जिनका बस पर चढ़ने का मक़सद सिर्फ़ शिक्षा ग्रहण करने जा रही लड़कियों को छेड़ना है.’
Harass them to the point that my little sister dashed out of the bus and into incoming traffic than bear any more of it. She lived to tell the tale, but are we waiting for a day when some little girl doesn’t?
— Shivani Gairola (@misslolno) September 29, 2018
‘मेरी बहन को एक बार इतना परेशान किया गया कि वो बस से उतरकर ट्रैफ़िक की ओर चली गई थी. लेकिन उसे कुछ नहीं हुआ. क्या हम किसी लड़की की मौत का इंतज़ार कर रहे हैं?’
बस या पब्लिक ट्रांसपोर्ट में छेड़छाड़ की घटना आम नहीं है, यही न?
अब अगर आपको ये बताया जाए कि दिल्ली में किस स्थान पर, ‘महिलाओं के स्तनों को छुआ’ या ‘उनके अंडरगार्मेंट्स की झलक पाई’ या फिर ‘किसी पर अपना Penis Rub किया जा सकता है’ ये सब जानकारी पाने की एक वेबसाइट भी है तो आप क्या कहेंगे?
यहां दिल्ली के लड़के आपस में Discuss करते हैं कि किस इलाके में आसानी से महिलाओं को Grop किया जा सकता है.
ये सिर्फ़ कोई Porn या Sex Chat साइट नहीं है. यहां इस बात पर Poll भी होता है कि कितने प्रतिशत लोग ऐसे हैं जो ‘लेडीज़ सीट के पास खड़े होते हैं ताकी महिलाओं की ब्रा देख सके’ या फिर ‘जानबूझ कर महिलाओं को कोहनी से छूने की कोशिश की है’ या फिर ‘उनके कपड़ों के अंदर हाथ डाला हो’.
क्या ये लोग समाज का हिस्सा बनने लायक हैं? यक़ीन करना मुश्किल है कि ऐसे लोग हम लोगों के बीच में ही पनप रहे हैं. इनकी पहचान करना मुश्किल है नामुमकिन नहीं.
शिवानी ने जिस बस रूट का ज़िक्र किया क्या नाकाबंदी कर उन लोगों नहीं पकड़ा जा सकता? या फिर हम महिलाओं का पैदा होना ही ग़लत है.