पत्रकारों का डर नेताओं पर किस कदर हावी है इसका नमूना देखने को मिला उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में.


पत्रकार प्रशांत कुमार ने अपने ट्विटर हैंडल पर ये वीडियो डाला.  

ट्वीट के अनुसार, सारे रिपोटर्स और कैमरामैन को अस्पताल के इमरजेंसी वॉर्ड में ले जाकर बंद कर दिया गया ताकी वो ग़लती से भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से कोई सवाल न पूछ पाएं! 

इस घटना से जुड़ा एक और वीडियो ट्विटर यूज़र गुरप्रीत वालिया ने शेयर किया-

इस पूरे वाक़ये पर ट्विटर सेना की प्रतिक्रिया- 

जब पत्रकारों को अपने हिसाब से ख़बर चलाने पर मजबूर कर सकते हैं तो ये फ़िल्मी तरीका आज़माने के पीछे का कारण समझ नहीं आया?