लॉकडाउन के चलते हज़ारों प्रवासी मज़दूरों के रोज़गार ख़त्म हो गए. इनके पास न ही कोई बचत है और न ही खाना, ऐसे में ये मज़दूर अपने घरों को लौटने पर मजबूर है. हज़ारों की संख्या में ये प्रवासी अपने घर-गांव की ओर पलायन कर रहे हैं.

एक मज़दूर आकाश ने बताया कि वो कल ही स्पेशल ट्रेन से मुंबई से मुरादाबाद लौटा है. लॉकडाउन के दौरान मुंबई में रहना बेहद मुश्क़िल हो गया था. जिसके लिए वो काम करता था, उसने पैसा देने से मना कर दिया. उसके पास न तो पैसा था और न ही खाना. उसने कहा कि अब वो शहरों में नहीं जाएगा बल्कि अपने ही जिले में काम तलाश करेगा.
I returned to Moradabad from Mumbai yesterday by a special train. I went through difficult times in Mumbai during #lockdown. I didn’t have money even for food as my employer refused to pay. Now, I don’t want to go to cities. I’ll look for work in my district: Akash, a labourer pic.twitter.com/IAgwAeCSrH
— ANI UP (@ANINewsUP) May 17, 2020
Hindustan Times के मुताबिक़, उत्तर प्रदेश लौटने वाले हज़ारों प्रवासी मज़दूरों में से क़रीब 414 में Covid-19 के लक्षण नज़र आए हैं.
यूपी में आशा कार्यकर्ताओं की मदद से स्वास्थ्य अधिकारी, राज्य लौटने वाले सभी प्रवासी श्रमिकों का परीक्षण करने की कोशिश कर रहे हैं. वे अब तक 3.50 लाख श्रमिकों का परीक्षण कर चुके हैं.
Mathura: Migrant workers block Mathura-Agra Highway in Raipura Jat area, demanding that arrangements be made by the govt to send them to their homes in different districts of Uttar Pradesh. pic.twitter.com/76GKgw8m4S
— ANI UP (@ANINewsUP) May 17, 2020
यूपी के स्वास्थ्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि इन प्रवासी मजदूरों को शेल्टर होम में ले जाया जाता है, जहां वो पहले थर्मल स्क्रीनिंग से गुज़रते हैं. उसके बाद अधिकारियों द्वारा तेज़ी से परीक्षण और पूल परीक्षण किया जाता है. अंत में यदि उनमें से कोई एक भी पॉज़िटिव पाया जाता है, तो फिर ग्रुप के हर सदस्य की अलग-अलग जांच की जाती है.
Our helpline number is 18001805145. If anyone needs some help, if they experience cough, fever, breathlessness then they must immediately call up this helpline number. Our experts will give you advice that if you need to stay at home or get yourself tested: Principal Secy(Health) pic.twitter.com/rVf1dkHZ3c
— ANI UP (@ANINewsUP) May 16, 2020
सारी प्रक्रिया पूरी करने के बाद जिन मज़दूरों में किसी प्रकार के लक्षण नज़र नहीं आते हैं, उन्हें 21 दिन के लिए होम क्वारंटीन में भेज दिया जाता है.
बता दें, उत्तर प्रदेश में अब तक 4,464 लोग कोरोना वायरस संक्रमित हो चुके हैं. वहीं, राज्य में 112 मरीज़ों की मौत हुई है.