जयपुर के एक समारोह में मोटिवेशनल गुरु स्वामी ज्ञानवत्सल को स्पीच देनी थी, लेकिन वो आयोजन स्थल से बिना भाषण दिए ही चले गए. उनके जाने की वजह ऑडिटोरियम में आगे की कुर्सियों पर लड़कियों का बैठना बताया जा रहा है. 

India Today

30 जून को जयपरु के बिरला ऑडिटोरियम में Raj Medicon-2019 नाम का इवेंट आयोजित था. इसे Indian Medical Association(IMA) और All Rajsthan In Service Doctors Association(ARISDA) ने आयोजित करवाया था. महिला डॉक्टर स्वामी ज्ञानवत्सल के इस बर्ताव से नाराज़ हुईं और उनका विरोध किया. कुछ डॉक्टरों ने उनके स्पीच का बायकॉट भी किया.  

व्यवस्थापकों और डॉक्टरों के बीच यह तय हुआ था कि आगे की दो पक्तियां खाल रहेंगी. लेकिन स्वामी ज्ञानवत्सल वैन्यु पर पहुंचे तो उन्होंने आगे की कुर्सियों पर महिलाओं को बैठा देखा.  

इस बीच बैकस्टेज पर स्वामी ज्ञानवत्सल ने व्यवस्थापकों को कहा घोषणा करने के कहा कि महिलाएं शुरुआत के तीन पंक्तियों में न बैठें. Zee Media के पत्रकार से डॉ. रितु चौधरी ने बात करते हुए कहा कि कई महिलाएं आगे बैठ कर स्पीच का इंतज़ार कर रही थी. फिर धोषणा की गई महिलाएं आगे के सात पंक्तियों को खाली कर दें, बाद में कहा गया कि तीन पंक्तियों को खाली करनी है.  

महिलाओं के आगे न बैठने के स्थिति के बारे में कहा जा रहा कि ये स्वामी ज्ञानवत्सल के ‘प्रोटोकॉल’ का हिस्सा है. कुछ डॉक्टर्स पहले इसे शर्त को मान गए थे. डॉ. रितु चौधरी ने आगे बताया कि स्वामी ज्ञानवत्सल इवेंट से बिना स्पीच दिए ही वापस चले गए थे.