किसान की धरती उसके लिए सोने से कम नहीं होती है, वो उसे अपनी मेहनत से उपजाऊ बनाते हैं और फिर उस अनाज से हम सबका पेट भरता है. थोड़े से पैसों के लिए किसान बहुत जी तोड़ मेहनत करता है. मेहनत करके कुछ पैसे कमाने वाले किसान को जब अपनी छोटी सी ज़मीन से लाखों रुपये का हीरा मिल जाए तो वो उसके लिए आश्यचर्य से कम नहीं होता है. ऐसा कुछ मध्य प्रदेश के एक किसान के साथ हुआ है. पिछले महीने लखन यादव नाम के 45 वर्षीय किसान को 200 रुपये की पट्टे पर मिली छोटी सी ज़मीन में 14.98 कैरेट का हीरा मिला. इस हीरे को 5 दिसंबर को 60.6 लाख रुपये में नीलाम किया गया.

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हीरा मिलने पर लखन ने Times Of India को बताया,

हीरा मिलने के बाद मेरी ज़िंदगी बदल गई है, लेकिन मैं इससे कुछ बड़ा नहीं करूंगा. मैं पढ़ा-लिखा नहीं हूं इसलिए इन पैसों को मैं अपने चार बच्चों की पढ़ाई में लगाऊंगा.

उन्होंने आगे बताया,

मैं जब अपनी ज़मीन से कंकड़ और पत्थर निकाल रहा था, तभी मेरे हाथ कुछ अजीब सा आया. मैंने देखा तो वो चमक रहा था. रिपोर्ट के अनुसार, लखन ने इस बात की जानकारी ज़िला हीरा कार्यालय को दी, जिसने पुष्टि की कि ये वास्तव में हीरा ही है. 
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लखन ने ये दो हेक्टेयर ज़मीन पन्ना नेशनल पार्क से निकाले जाने के बाद मुआवज़े में मिले पैसे से ख़रीदी थी. इसके अलावा इन पैसों से लखन ने दो भैंस और एक मोटरसाइकिल भी ख़रीदी थी.

लखन ने कहा, 

मैं अपने खेत पर काम करने की नई योजना बना रहा हूं और मुझे फिर से हीरा मिलने की उम्मीद है. 
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रिपोर्ट के अनुसार, पिछले 10 दिनों में, कम आय वर्ग के चार पुरुषों को एक-एक हीरा मिला है. इन सभी हीरों को पन्ना ज़िले में 1.5 करोड़ रुपये में नीलाम किया गया. जुलाई 2020 में एक 35 वर्षीय मज़दूर को पन्ना ज़िले में 50 लाख रुपये का हीरा मिला था.