रिलायंस इंडस्‍ट्रीज़ (Reliance Industries) के चेयरमैन व प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) आज जिस मुक़ाम पर हैं वो सिर्फ़ और सिर्फ़ अपनी मेहनत के दम पर हैं. साल 2002 में जब धीरूभाई अंबानी (Dhirubhai Ambani) का निधन हुआ था, तब उन्होंने अपने दोनों बेटों मुकेश अंबानी और अनिल अंबानी को अपनी संपत्ति का बराबर हिस्सेदार बनाया था, लेकिन आज छोटे बेटे अनिल अंबानी कंगाली के कगार पर हैं, जबकि बड़े बेटे मुकेश अंबानी एशिया के सबसे अमीर शख़्स बन गए हैं. वर्तमान में मुकेश अंबानी दुनिया टॉप 10 अमीर लोगों की लिस्ट में 10वें नंबर पर हैं.

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दरअसल, मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) हाल ही में एशिया इकॉनमिक डायलॉग 2022 (Asia Economic Dialogue 2022) में शामिल हुये थे. इस दौरान उन्होंने कई अहम मुद्दों पर अपने विचार रखे. उन्होंने ‘ग्रीन एनर्जी’ से लेकर ‘भारतीय अर्थव्यवस्था’ के बारे में कई बातें कही. इस दौरान मुकेश अंबानी ने कहा कि, साल 2030 तक भारतीय अर्थव्यवस्था दुनिया की सबसे पावरफुल अर्थव्यवस्था बन जाएगी’. इसके अलावा भी उन्होंने कई अन्य मुद्दों पर भी खुलकर अपनी बात रखी.

मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani)

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ऐसे कम ही मौके होते हैं जब एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) अपनी सफलता का श्रेय किसी और को देते हैं. ‘एशिया इकॉनमिक डायलॉग 2022’ के दौरान उन्होंने अपनी सफलता के पीछे दो लोगों का हाथ बताया. इस दौरान उन्होंने ‘पुणे इंटरनेशनल सेंटर’के अपने दो गुरुओं का जिक्र करते हुए कहा कि ‘आज उनके मार्गदर्शन की वजह से ही ‘रिलायंस इंडस्‍ट्रीज़’ नई ऊंचाइयों को छू रहा है. इन दोनों शख्सियतों ने जिस विज़न और एक्शन के साथ नेतृत्व किया है, उसके लिए वे दोनों का सम्मान तथा प्रशंसा के पात्र हैं’.

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कौन हैं मुकेश अंबानी के ये दो गुरु? 

मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) ने अपने जिन दो गुरुओं का जिक्र किया, उनमें पहला नाम डॉ. रघुनाथ मशेलकर (Dr. Raghunath Anant Mashelkar) का है, जबकि दूसरा नाम डॉ. विजय केलकर (Dr Vijay Kelkar) का है. पिछले 5 दशकों से डॉ. रघुनाथ मशेलकर और डॉ. विजय केलकर भारत सरकार के कई महत्वपूर्ण उपक्रमों को लीड कर चुके हैं. भारत सरकार की कई बड़ी योजनाओं का हिस्सा रह चुके इन दो हस्तियों को मुकेश अंबानी अपना गुरु मानते हैं.

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कौन हैं डॉ. रघुनाथ मशेलकर?  

रघुनाथ अनंत मशेलकर (Raghunath Anant Mashelkar) को रमेश मशेलकर के नाम से भी जाना जाता है. देश के बड़े कैमिकल इंजीनियर के तौर पर मशहूर 79 वर्षीय डॉ. मशेलकर ‘काउंसिल ऑफ़ साइंटिफ़िक एंड इंडस्ट्रियल रिसर्च (CSIR)’ के डायरेक्टर जनरल रह चुके हैं. साल 2004 से 2006 के दौरान वो ‘नेशनल इंडियन साइंस अकैडमी’ के अध्यक्ष के तौर पर भी काम कर चुके हैं. इन संस्थानों के अलावा डॉ. मशेलकर ‘इंस्टीट्यूशन ऑफ़ कैमिकल इंजीनियरिंग’ के अध्यक्ष, साल 2007 से 2018 तक ‘ग्लोबल रिसर्च एलायंस’ के अध्यक्ष भी रह चुके हैं. साइंस और कैमिकल इंजिनियरिंग के क्षेत्र में विशेष योगदान के लिए वो ‘पद्म विभूषण’, ‘पद्म भूषण’ और ‘पद्म श्री’ सम्मान से नवाजे जा चुके हैं.

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डॉ. रघुनाथ मशेलकर ‘एकेडमी ऑफ़ साइंटिफिक एंड इनोवेटिव रिसर्च’ (AcSIR) के पहले अध्यक्ष भी रह चुके हैं. इसके अलावा वो प्रधानमंत्री की ‘वैज्ञानिक सलाहकार परिषद’ के सदस्य और क्रमिक सरकारों द्वारा गठित मंत्रिमंडल की ‘वैज्ञानिक सलाहकार समिति’ के भी सदस्य भी रह चुके हैं. उन्होंने ‘राष्ट्रीय ऑटो ईंधन नीति’ से लेकर ‘भारतीय दवा नियामक प्रणाली’ को बेहतर करने और नकली दवाओं के खतरे से निपटने के लिए विभिन्न मुद्दों पर गौर करने के लिए 12 उच्चस्तरीय समितियों की अध्यक्षता की है. ‘भोपाल गैस त्रासदी’ की जांच करने वाले एक सदस्यीय जांच आयोग के लिए सरकार द्वारा निर्धारक और ‘महाराष्ट्र गैस क्रैकर कॉम्प्लेक्स दुर्घटना’ की जांच के लिए समिति के अध्यक्ष के रूप में भी कार्य कर चुके हैं.

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कौन हैं डॉ. विजय केलकर?

मुकेश अंबानी के दूसरे गुरु डॉ. विजय केलकर (Dr Vijay Kelkar) भी कुछ कम नहीं हैं. 79 वर्षीय डॉ. विजय केलकर देश के नामी अर्थशास्त्री हैं. वो वर्तमान में ‘फोरम ऑफ़ फ़ेडरेशन’, ‘ओटावा एंड इंडिया डेवलपमेंट फ़उंडेशन’ के चेयरमैन और जनवाणी के अध्यक्ष भी हैं. जनवाणी पुणे में ‘महरट्टा चैंबर ऑफ़ कॉमर्स’, ‘इंडस्ट्रीज़ एंड एग्रीकल्चर’ का एक सोशल इनिशिएटिव है. डॉ. केलकर को 4 जनवरी 2014 को आंध्र प्रदेश के ‘श्री सत्य साईं सेंट्रल ट्रस्ट’ के ट्रस्टी के रूप में नियुक्त किया गया था.

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डॉ. विजय केलकर (Dr Vijay Kelkar) जनवरी 2010 तक ‘वित्त आयोग’ के अध्यक्ष भी थे. इससे पहले साल 2002 से 2004 तक वो वित्त मंत्री के सलाहकार भी रहे. भारत में हुए आर्थिक सुधारों में उनकी अहम भूमिका मानी जाती है. इससे पहले सन 1998 से 1999 में डॉ. केलकर भारत सरकार के ‘वित्त सचिव’ भी रहे. सन 1999 में उन्हें अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के बोर्ड में भारत, बांग्लादेश, भूटान और श्रीलंका के कार्यकारी निदेशक के रूप में भी नामित किया गया था.

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मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) की कंपनी रिलायंस इंडस्‍ट्रीज़ एनर्जी, पेट्रोकेमिकल्स और नेचुरल गैस के क्षेत्र में देश की सबसे बड़ी कंपनी मानी जाती है. डॉ. रघुनाथ मशेलकर और डॉ. विजय केलकर को इस फ़ील्ड में महारत हासिल है. पिछले कई दशकों से मुकेश अंबानी समय-समय पर इन दो दिग्गजों से राय लेते रहते हैं. यही वजह है कि वो डॉ. रघुनाथ मशेलकर और डॉ. विजय केलकर को अपना गुरु मानते हैं. क्यों अब जान गये न मुकेश अंबानी इन दो महारथियों को अपना गुरु क्यों मानते हैं.

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