कुछ लोग अनजाने में क्रेडिट और डेबिट कार्ड धोखाधड़ी का शिकार होते हैं पर मुंबई के एक MNC की HR ने एक धोखेबाज़ व्यक्ति के झांसे में आकर अपने क्रेडिट कार्ड डिटेल्स दे दिए. व्यक्ति ने महिला को Payback Points पाने का लालच दिया और महिला ने उसकी बात मान कर अपने सारी जानकारी दे दी.
महिला ने अपने 4 क्रेडिट कार्ड के डिटेल्स उस फ़्रॉड को बताए. धोखेबाज़ व्यक्ति ने पूरे Points के लिए 1 और क्रेडिट कार्ड के डिटेल्स मांगे तब महिला ने अपने साथ काम करने वाले के भी 1 क्रेडिट कार्ड के डिटेल दे दिए.
पवई पुलिस के अनुसार, 28 सितंबर को महिला ने एफ़आईआर लिखवाई. उन्हें उस वक़्त उस फ़्रॉड का फ़ोन आया, जब वे ऑफ़िस में थी.
महिला ने बताया कि धोखेबाज़ ने अपना नाम बताया और ये कहा कि वो Nariman Point ब्रांच से बोल रहा है. महिला को वो सच्चा लगा.
जब महिला के फ़ोन पर पैसे कट जाने का मैसेज आया ,तब उन्हें पता चला कि उन्हें मूर्ख बनाया गया है.
IPC के Technology Act की धारा के तहत एफ़आईआर दर्ज कर ली गई है. पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है.
बैंक के कर्मचारी और नियम हमेशा ये बताते हैं कि किसी से भी अपना OTP, Credit Card, Debit Card Details शेयर ना करें. लेकिन ज़रा सी असावधानी और लालच के कारण लोग खुद मुसीबत मोल ले लेते हैं. Card Cloning के केस में आप कुछ नहीं कर सकते, पर अगर कोई आपसे डिटेल्स मांगे, तो ये तो आपके अपने हाथ में हैं. बैंक के कर्मचारी बेवजह आपसे फ़ोन पर आधार कार्ड की जानकारी भी नहीं मांगते. Verification के लिए आपको ब्रांच में बुलाया जाता है.
SBI के नए नियमों के मुताबिक तो नया पासबुक अकाउंट होल्डर की उपस्थिति के बिना जारी नहीं किया जाता.