Ryan International स्कूल में 8 साल के मासूम की बेरहम हत्या में रोज़ नए खुलासे हो रहे हैं. कल ख़बर आई थी कि पुलिस ने आरोपी को गिरफ़्तार कर लिया है.
अशोक कुमार, स्कूल के बस का कंडक्टर था. कुमार को 8 महीने पहले भी Ryan International से 5 किलोमीटर दूर स्थित, एक और प्राइवेट स्कूल से निकाला गया था. उस स्कूल के बच्चों ने उसकी ‘ग़लत हरकतों’ की शिकायत की थी. जिसके बाद स्कूल प्रशासन ने उसे निकाल दिया था, पर कोई पुलिस कंप्लेन नहीं की थी.
8 साल के प्रद्युमन की हत्या के गवाह 3 जूनियर स्कूल के बच्चे हैं. Investigations से पता चला है कि जब अशोक टॉयलेट में गया था तब वे 3 बच्चे वहीं थे. अशोक वहीं था और वहां मौजूद लोगों के जाने का इंतज़ार कर रहा था. जब सब चले गए तब प्रद्युमन वहां पहुंचा था.
शनिवार को स्कूल की प्रिंसिपल नीरजा बत्रा को बर्ख़ास्त कर दिया गया और मामले की जांच करने के लिए कमिटी बनाई गई है. अगर पुराने स्कूल ने अशोक के खिलाफ़ कंप्लेन की होती, तो शायद आज प्रद्युमन के साथ जो हुआ वो ना हुआ होता.
हर कोई इस घटना से जुड़े कई सवाल खड़े कर रहा है. प्रिंसिपल को बर्ख़ास्त कर दिया गया, प्रशासन के खिलाफ जुलूस भी निकाला गया. लेकिन इन सब से ऐसी घटनाएं रुकने वाली नहीं हैं. माता-पिता के साथ-साथ समाज को भी जागरूक होना होगा कि ऐसी घटनाएं घटती हैं. बाल यौन शोषण होता है, कितने तो यही मानने से इंकार कर देते हैं. वहीं कुछ ऐसे भी माता-पिता हैं, जो अपनी झूठी शान के ख़ातिर अपने बच्चे को चुप कर जाने की हिदायत देते हैं. हम बस उम्मीद कर सकते हैं कि प्रद्युमन ठाकुर की तरह किसी भी बच्चे की जान न जाए.