रूढ़िवादी मुस्लिम समाज में हिजाब पहनने वाली बार्बी डॉल्स बेहद लोकप्रिय हो रही है. कई गल्फ़ देशों में इस डॉल की मांग में ज़बरदस्त बढ़ोतरी भी देखने को मिली है. लेकिन ये गुड़िया, बार्बी डॉल्स से कई मायनों में अलग है. अपने लिबास के अलावा ये ‘मुस्लिम’ बार्बी डॉल, कुरान की आयतों को भी आसानी से सुना सकती है.

जेना डॉल दरअसल, एक फ़्रेंच बिज़नेस वुमेन और समीरा अमारीर का आइडिया है. समीरा एक नॉन इस्लामिक देश में अपने बच्चों को इस्लामिक वैल्यूज़ सिखाने की कोशिश कर रही हैं, लेकिन उन्हें इसके लिए काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा था. समीरा ने बाज़ार में ऐसे कई खिलौनों को ढूंढने की कोशिश की जिससे उनकी बच्ची को कुरान के बारे में बुनियादी समझ पैदा हो सके, लेकिन उन्हें कोई सफ़लता नहीं मिली. थक-हारकर उन्होंने खुद ही ऐसी एक डॉल बनाने का फ़ैसला किया.

खासतौर से बच्चों के लिए बनाई गई जेना बार्बी, कुरान के चार छोटे अध्यायों को आसानी से सुना सकती है और इसे बच्चों के लिए याद करना काफी आसान हो जाता है. बार्बी डॉल्स से अलग जेना की स्किन का रंग थोड़ा डार्क है और वो एक पर्पल लबादे के साथ ही हिजाब या हेडस्कार्फ़ पहने हुए गल्फ़ के कई देशों में उपलब्ध है.

समीरा ने कहा कि इस डॉल को हिजाब पहनाने या उसके मेकओवर का मकसद यही था कि मेरी बेटी उससे खुद को रिलेट कर सके. जेना डॉल्स सऊदी अरब अमीरात, कुवैत, बाहरेन और यूएई के बाज़ारों में उपलब्ध है. 

Source: Dailymail