शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूसरे कार्यकाल को 1 साल हो गये. इस अवसर पर उन्होंने देशवासियों के लिए खुला पत्र लिखा. पत्र के शुरुआत में मोदी ने लिखा कि हालात सामान्य होते तो वो जनता के बीच होते लेकिन इन हालातों में वे पत्र के ज़रिए ही सबकी शुभकामनाएं और आशीर्वाद की अपेक्षा रखते हैं.

पत्र में लिखी मुख्य बातें इस प्रकार हैं-
1. 2014 में देश ने बदलाव के लिए मतदान किया. बीते 5 सालों में ने राष्ट्र ने ख़ुद को कुशासन और भ्रष्टाचार के चंगुल से आज़ाद किया. करोड़ों देशवासियों की ज़िन्दगी बदल गई. 2014 से 2019 के बीच देश की उन्नति हुई है. ग़रीबों को सम्मान मिला है. देश ने फ़ाइनेंशयल इन्क्लूजन हासिल किया, मुफ़्त गैस और बिजली के कनेक्शन, पूर्ण स्वच्छता और ‘सबके लिए आवास’ की तरफ़ तेज़ी से बढ़ते क़दम.
3. आर्टिकल 370 पर लिए गए निर्णय ने राष्ट्रीय एकता-अखंडता को सुृदृढ़ किया. राम मंदिर पर आये निर्णय ने सदियों से चल रहे वाद-विवाद पर विराम लगाया. ट्रिपल तलाक़ अब बस इतिहास के कचरे के डब्बे में है. नागरिकता संशोधन क़ानून भारत की करुणा और समग्रता की भावना का प्रतीक था.
6. पीएम किसान सम्मान निधि से सारे किसान जुड़े हैं. 1 साल में ही 9 करोड़, 50 लाख से ज़्यादा किसानों के खाते में 72,000 करोड़ जमा किए जा चुके हैं. जल जीवन मिशन 15 करोड़ ग्रामीण घरों को पीने का पानी मुहैया करवाएगी. 50 करोड़ पशुओं के अच्छे स्वास्थ्य के लिए फ़्री वैक्शिनेशन कैंपेन चलाया जा रहा है.
8. व्यापारियों की समस्याओं के निवारण के लिए व्यापारी कल्याण बोर्ड बनाया गया. सेल्फ़-हेल्प ग्रुप से जुड़ी 7 करोड़ महिलाओं को आर्थिक मदद दी जा रही है. सेल्फ़ हेल्प ग्रुप के बिना गारंटी के लोन को 10 लाख से बढ़ाकर 20 लाख कर दिया गया है.
प्रधानमंत्री ने कोरोना वैश्विक महामारी, मज़दूरों की बदहाली, तूफ़ान अम्फ़न पर भी बात की. प्रधानमंत्री ने जनता से अपील की अभी देश जिन चुनौतियों से गुज़र रहा है उन्हें हम अपने ऊपर हावी होने न दें.