अगर आपने गौर फ़रमाया हो तो पिछले कुछ सालों से हर दीवाली पर भारत की एक तस्वीर वायरल ज़रुर होती है. अंतरिक्ष से ली गई, रोशनी से लबालब इस तस्वीर को लेकर दावा किया जाता है कि इसे नासा ने दीवाली की रात को लिया है और देश के कई लोग इसे जमकर शेयर करते हैं.
हालांकि ये तस्वीर पूरी तरह से फ़र्जी है.
लेकिन हाल ही में नासा ने भारत में रात की कुछ ऐसी तस्वीरें पेश की हैं जो बेहद खूबसूरत भी हैं और शत प्रतिशत सत्य भी.
2012 और 2016 में खींची गई ये तस्वीरें दिखाती हैं कि पिछले चार सालों में भारत के शहरों की आबादी बढ़ी है और कई मायनों में भारत ने पिछले चार सालों में काफ़ी तरक्की की है.
2012 में भारत अंतरिक्ष से कुछ ऐसा दिखाई पड़ता था.
2016 की तस्वीर से साफ़ है कि भारत में काफ़ी बदलाव आ चुका है.
वर्ष 2012 के बाद पहली बार जारी की गई ये तस्वीरें ‘नाइट लाइट्स’ कहलाती हैं. ये पिछले 25 सालों के दौरान हर दशक में जारी की जाती रही हैं. रात में ली जाने वाली पृथ्वी की सैटेलाइट तस्वीरों को नाइट लाइट्स कहा जाता है. नासा के वैज्ञानिकों की कोशिश है कि इन ‘नाइट लाइट्स’ की तस्वीरों को जल्दी-जल्दी अपडेट किया जाए. इससे मौसम की भविष्यवाणी और प्राकृतिक आपदाओं से निपटने में भी मदद मिल सकती है.
नासा के गोड्डार्ड स्पेस फ्लाइट सेंटर के वैज्ञानिक मिगुएल रोमन उस रिसर्च टीम का नेतृत्व कर रहे हैं, जो साफ़ और सटीक तस्वीरें उपलब्ध करा सकने वाले सॉफ्टवेयर बना रही है.
इस साल की तस्वीरों में चांद की रोशनी को हटा दिया गया है. नासा की टीम ने कुछ कोड लिखकर हर महीने सबसे साफ तस्वीरों को छांटा है. ये कम्पोज़िट तस्वीरें वीआईआईआरएस से मिले डाटा का नतीजा हैं. नासा के अनुसार, वीआईआईआरएस पहला ऐसा सैटेलाइट उपकरण है, जिससे रात के समय दिखने वाली रोशनी के सोर्स की सही जानकारी मिल सकती है.