आज़म खान ने 2019 के इलेक्शन के प्रचार में रामपुर में जयाप्रदा को लेकर काफ़ी भद्दी टिप्पणी की थी. एक MP होने के नाते आज़म ख़ान की भाषा निम्न दर्जे की थी.
SHOCKING statement by Aazam Khan, a new low in Indian politics. Senior Samajwadi Party leader Aazam Khan says Jaya Prada ke neeche ka underwear Khaki rang ka hai.
— Prashant Kumar (@scribe_prashant) April 14, 2019
"उसकी असलियत समझने में आपको 17 वर्ष लगे, मैं 17 दिन में पहचान गया की उसके नीचे का जो अंडरवियर है वो खाकी रंग का है" pic.twitter.com/fPhE9qoJvb
इसके लिए सोशल मीडिया से लेकर हर जगह उनकी अच्छी-ख़ासी छीछालेदर हो चुकी है, होनी भी चाहिए.
ये लोग समाजवादी नही ये लोग समाज की और औरतो की इज्जत करना नही जानते।ओर अपने को समाजवादी कहलाते है। @yadavakhilesh जी से निवेदन है कि आपकी पार्टी में ऐसे कितने नेता है जो औरत की इज्जत करना नही चाहते है। @chitraaum @aajtak
— chowkidar chetan sisodiya (@sisodiya_chetan) April 15, 2019
Thats terrible terrible… itna badtameez aadmi hai… I wish he looses … shameless
— nikhat (@unme_24) April 14, 2019
जयाप्रदा पर इस भद्दी टिप्पणी के बाद NCW, नेशनल कमीशन फ़ॉर वीमेन ने आज़म ख़ान को नोटिस भेजा. NCW की तरफ़ से एक अच्छा कदम था लेकिन इस नोटिस में उनसे एक अजीब सी ग़लती हो गयी.
National Commission for Women (NCW) sends a notice to SP leader Azam Khan over his remark ‘main 17 din mein pehchan gaya ki inke niche ka underwear khaki rang ka hai’, he made in Rampur (UP) yesterday. pic.twitter.com/q1l5uqJ4w2
— ANI (@ANI) April 15, 2019
पहले ये नोटिस पढ़िए:

नोटिस का सार हिंदी में ये है:
नेशनल कमीशन फ़ॉर वीमेन के सामने कई ऐसी ख़बरें आयी हैं, जिसमें आपने 14 अप्रैल 2019 के दौरान एक महिला नेता के ख़िलाफ़ लिंगभेदी (Sexist) टिप्पणी की हैं. आपने पहले भी महिलाओं के खिलाफ़ घाटिया भाषा का प्रयोग किया है. आपकी ये भाषा महिलाओं के प्रति अपमान दर्शाता है और NCW इसकी निंदा करता है. इसके मद्देनज़र आपसे इस टिप्पणी इस कारण और Explanation देने की मांग की जाती है.
महिला आयोग के लेटर की नीयत तो अच्छी थी, लेकिन उसमें एक भारी चूक की वजह से इस लेटर का मज़ाक बन गया.
Sexist not Sexiest @NCWIndia
— Nikhil Rampal (@NikhilRampal1) April 15, 2019
Are they phrasing Azam Khan by writing “sexiest”.
— Chowkidar Saikiran 🇮🇳 (@TalekarSaikiran) April 16, 2019
At least read, before issuing notice.
WHY WOULD YOU SEND A LETTER WITH A GLARING TYPO LIKE THAT????? YOU LITERALLY MISSPELT THE MOST IMPORTANT WORD IN THE LETTER
— Goodbye BJP (@TypoMantri) April 15, 2019
दरअसल, जहां पर Sexist शब्द इस्तेमाल किया जाना था, वहां पर ग़लती से Sexiest शब्द इस्तेमाल हो गया. ये एक तरह से अर्थ का अनर्थ होना था.