डॉक्टर्स की ग़ैरज़िम्मेदाराना हरकतों की ख़बरें आए-दिन मिलती रहती हैं. कभी किसी मरीज़ के 3 दिन के इलाज का बिल करोड़ों में बना देते हैं तो कभी किसी मरीज़ के पेट में सर्जरी के दौरान औज़ार छोड़ देते हैं.

डॉक्टर्स की लापरवाही का एक और मामला सामने आया है. तमिलनाडु में 23 साल की गर्भवती महिला का Anemia का इलाज चल रहा था और डॉक्टर्स ने उसे HIV+ वाला ख़ून चढ़ा दिया.

महिला को जिस डोनर का ख़ून चढ़ाया गया था, उसे ये नहीं पता था कि वो HIV+ है. जब उसे पता चला तब वो ब्लड-बैंक में ये बताने पहुंचा, लेकिन तब तक महिला को ख़ून चढ़ाया जा चुका था.

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The Hindu के अनुसार, ब्लड डोनर ने 2016 में शिवकाशी के सरकारी अस्पताल में रक्तदान किया था. उस वक़्त जांच में पाया गया था कि वो HIV+ है लेकिन डोनर को ये बात बताई नहीं गई.

3 दिसंबर को गर्भवती महिला को शिवकाशी के सरकारी अस्पताल से लाया गया खून चढ़ाया गया.

30 नवंबर को डोनर ने रक्तदान किया. डोनर को विदेश जाना था और इसके लिए वो मेडिकल चेकअप करवाने गया था. जांच में पता चला कि वो HIV+ है.

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ये पता चलते ही डोनर शिवकाशी सरकारी अस्पताल पहुंचा और सारी घटना का विवरण दिया. डोनर के खून की फिर से जांच करवाई गई और रिपोर्ट में इस बात की पुष्टि हो गई कि वो HIV+ है.

The News Minute के मुताबिक, अस्पताल और ब्लड बैंक की लापरवाही की ये बात आग की तरह फैल गई. बुधवार को डोनर ने आत्महत्या करने की कोशिश की. समय पर उसे अस्पताल पहुंचाया गया. मरीज़ की हालत पहले से बेहतर है.

इस मामले में Tamil Nadu Health Organisation ने 3 सहकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है. Health Department ने प्रदेश के बाकी 14 ब्लड बैंक में रखे Blood Samples की जांच करवाने के आदेश दिए हैं.

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The News Minute की रिपोर्ट के मुताबिक, मद्रास हाईकोर्ट ने Tamil Nadu Health Organisation को 3 जनवरी तक पूरे मामले की जांच कर रिपोर्ट जमा करने का निर्देश दिया है.

इस मामले में ब्लड बैंक से लेकर अस्पताल तक सभी ने लापरवाही दिखाई है. कुछ लोगों की वजह से एक महिला की ज़िन्दगी पर प्रश्न चिह्न लग गया है.