8 नवंबर 2016 की रात से हुई नोटबंदी और 10 नवंबर के आए नए 2000 के नोटों को ले कर जितनी अफ़वाहें उड़ी हैं, उतनी तो शायद किसी और के बारे में नहीं उड़ी होंगी. कभी इसमें चिप लगे होने की बात कही गई, जिस कारण नोटों का जमाखोरी रोकी जा सके. फिर एक अफ़वाह उड़ी कि इस नोट में एक मेसेज छिपा हुआ है, जिसे एक Application के द्वारा देखा जा सकता है. कुछ लोगों ने तो इस नोट को वॉटरप्रूफ़ तक बता दिया.

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लेकिन इस बार एक अजीब अफ़वाह इस नोट से साथ जोड़ी गई है, जिसे सुन कर सबसे बड़ा झटका उन लोगों को लगेगा, जो शाकाहारी है. कई लोगों का मानना है कि इस बार नोटों के लिए जिस इंक का इस्तेमाल किया जा रहा है, उसमें जानवर की चर्बी का इस्तेमाल होता है. इसी कारण ये नोट पहले के नोटों से ज़्यादा चमकीला और चिकना है. साथ ही इस चर्बी की वजह से इन नोटों की उम्र पहले के नोटों से ज़्यादा है.

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ब्रिटेन में 5 यूरो के नोट पर भी इसी तरह की चर्बी लगाई गई थी, जिसके बाद वहां भी शाकाहारी लोगों ने इसके खिलाफ़ आवाज़ उठाई थी. अगर 2000 के नोटों की ये अफ़वाह सही है, तो इससे कई लोगों के भावनाओं को ठेस पहुंच सकती है.

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गौर करने वाली बात ये है कि भारत में 2004 से 2014 तक शाकाहारी लोगों में 4 प्रतिशत की वृद्धी हुई है. राजस्थान की आबादी का 75 प्रतिशत शाकाहारी है. साथ ही दुनिया के किसी भी देश की तुलना में भारत में सबसे ज़्यादा लोग शाकाहारी हैं. ऐसे में ये अफ़वाह कई तरह की समस्याओं की जड़ बन सकती है.

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अपने देश में तिल का ताड़ बनते देर नहीं लगती और कब ये चिंगारी बड़ी आग बन जाए, पता भी नहीं चलेगा. हम बस लोगों से अपील करेंगे कि ऐसी अफ़वाहों को सोशल मीडिया पर शेयर करने से पहले उसकी सत्यता का पता लगा लें, क्योंकि जानकारी से अच्छा बचाव शायद कुछ और नहीं होता.   

Story Source: ibtimes