जीवन में सच्चा सुख चाहिए, तो किसी बाबा के क़दमों में लंबलेट हो जाइए. काहे कि दुनिया का सारा माल उनके ही चरणों में दबा है. ये वो प्रजाति है, जिसने बहुत पहले ही समझ लिया था कि ये मुआ संसार दुखों से भरा है और इससे छुटकारा पाने का एक ही तरीका है और वो है त्याग. अब भइया दुनिया त्याग करेगी, तब ही तो बाबा की अंटी में घंटी टनटनाएगी.
अब, रेप के आरोपी बाबा नित्यानंद को ही ले लीजिए. गुरु घंटाल है तो फ़रार लेकिन नवाबियत में तनिक भी कमी नहीं आई है. भगोड़े बाबा ने शनिवार को अपना केंद्रीय बैंक और उसकी करेंसी लॉन्च कर दी है. इस बैंक का नाम रिज़र्व बैंक ऑफ कैलासा रखा है.
अरे कोई मज़ाक न समझ लो. मामला एकदम सच्ची-मुच्ची वाला है. गणेश चतुर्थी के अवसर पर ‘रिज़र्व बैंक ऑफ़ कैलासा’ की घोषणा ज़ोर-शोर से हुई है. इस मौके पर नित्यानंद ने सोने के कैलाशियन डॉलर को दुनिया के सामने पेश किया, जो इस केंद्रीय बैंक की आधिकारिक मुद्रा होगी.
सोना भी कोई ऐसा-वैसा नहीं कि हल्की से परत मार दी हो. भइया एक कैलाशियन डॉलर एक तोला सोना होगा, यानी 11.66 ग्राम सोना. इसके अलावा, हिंदू इतिहास को चित्रित करते हुए डॉलर को 25 अलग-अलग डिज़ाइनों में प्रिंट किया जाएगा.
‘हिंदू धर्म में सोना मूल्यवान होने के साथ ही पवित्र भी है. सभी मुद्राएं केवल शुद्ध सोने में ही प्रिंट की जाएंगी.’
मने ग़लती से भी अगर संजू बाबा आप के आगे 50 तोला 50 तोला करके इठलाएं तो आप भी 50 कैसालियन डॉलर मारकर भौकाल टाइट कर सकते हैं. बस इसके लिए कैलासा जाना होगा, जिसका पता हमें पता चलते ही आपको बता दिया जाएगा. ज़्यादा जल्दी हो तो मेहूल चौकसी और विजय माल्या से संपर्क करें. हो सकता है ये दोनों लौंडे वहां लोन-वोन लेने पहुंचे.
हालांकि, इस कथित देश में महज़ सोना ही मौद्रिक विनिमय का माध्यम नहीं होगा, बल्कि अनाज, कीमती रत्न और अन्य कीमती धातुओं का उपयोग भी किया जाएगा. वहीं, सोने के रेट के हिसाब से एक कैलाशियन डॉलर क़रीब 62,906 रुपये के बराबर होगा.
बता दें, साल 2018 में नित्यानंद पर पांच साल की अवधि में अमेरिका की एक शिष्य के साथ बलात्कार का आरोप लगा था, जिस वजह से उस पर केस दर्ज किया गया था. लेकिन पिछले ही साल वो देश छोड़कर फ़रार हो गया था और तब से वो अपना प्रवचन अपने सोशल मीडिया चैनल्स पर वीडियो के ज़रिए दे रहा है.