पिछले 2-3 दिनों से एक ख़बर चल रही थी. लोग और मीडिया संस्थान फ़िनलैंड की प्रधानमंत्री, सना मारिन के एक प्रस्ताव की सराहना कर रहे थे. ख़बरों में ये कहा जा रहा था कि मारिन ने 4 दिन और सिर्फ़ 6 घंटे वर्किंग का प्रस्ताव रखा है. लोग इतने ख़ुश हो गये कि फ़िनलैंड में बसने तक की बातें कर रहे थे.
‘फ़िनिश सरकार के प्रोग्राम में कहीं भी हफ़्ते में 4 दिन वर्किंग का प्रस्ताव नहीं है. ये ईशू फ़िनिश सरकार के एजेंडे में नहीं है. प्रधानमंत्री ने पिछले अगस्त ये आईडिया एक पैनेल डिस्कशन में रखी थी और तब वो ट्रांसपोर्ट मंत्री थी. इस पर हाल ही में कोई एक्टिविटी नहीं हुई है.’
मारिन दिसंबर में प्रधानमंत्री बनीं और इससे महीनों पहले, अगस्त में उन्होंने कम वर्किंग घंटों का आईडिया दिया था. सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी के 120वीं सालगिरहम पर मारिन ने ये बात रखी. मारिन ने 17 अगस्त को कहा था,
हफ़्ते में 4 दिन काम, 6 घंटे के लिए, ये हमारा अगला कदम क्यों नहीं हो सकता? क्या 8 घंटे ही आख़िरी सच है? मुझे लगता है कि लोगों के पास अपने परिवार, हॉबीज़, ज़िन्दगी के लिए ज़्यादा वक़्त होना चाहिए. ये वर्किंग लाइफ़ में हमारा अगला कदम हो सकता है.”हफ़्ते में 4 दिन काम, 6 घंटे के लिए, ये हमारा अगला कदम क्यों नहीं हो सकता? क्या 8 घंटे ही आख़िरी सच है? मुझे लगता है कि लोगों के पास अपने परिवार, हॉबीज़, ज़िन्दगी के लिए ज़्यादा वक़्त होना चाहिए. ये वर्किंग लाइफ़ में हमारा अगला कदम हो सकता है.’
-सना मारिन
फ़िनलैंड के लोग हफ़्ते 5 दिन और टोटल 40 घंटे काम करते हैं लेकिन यहां बेरोज़गारी बहुत ज़्यादा है.
इस ख़ुलासे के बाद सोशल मीडिया की प्रतिक्रिया-
Time to add it to the government’s agenda then ❤️
— Loke ✨ (@Lokenstein) January 7, 2020
It would be interesting! 😎😉
— Bea Talegón 🎗 (@BeatrizTalegon) January 7, 2020
So you’re saying there’s a chance?
— F I П Я Σ K Ƭ (@finrekt) January 7, 2020
Finland :no more happier country in the world
— paolo reg. (@paolo34722) January 7, 2020
it should be! it would be rational
— 🦕𒀭 (@Koolasuchus) January 7, 2020