संसद में पैकेज्ड पानी के बोतलों का उपयोग पूरी तरह से बंद हो गया है. लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला द्वारा सिंगल यूज़ प्लास्टिक को रोकने के इस क़दम की कई सांसदों ने सराहना की है.
Hindustan Timesकी रिपोर्ट के मुताबिक़, संसद भवन कॉम्प्लेक्स में रोज़ाना लगभग रेल नीर के 2000 बोतलें ख़रीदी जाती थीं.
अगस्त 19 को ‘संसद भवन में प्लास्टक के बोतलों और प्लास्टिक की चीज़ों को पूरी तरह बैन’ करने का एक सर्कुलर निकाला गया था.
संसद के एक सुरक्षाकर्मी ने गोपनीयता की शर्त पर Hindustan Times को बताया,
‘सिक्योरिटी ऑफ़िसर्स चेकिंग कर रहे हैं कि कहीं कोई प्लास्टिक या सिंगल यूज़ प्लास्टिक का कोई सामान तो नहीं ला रहा. अगर कोई ऐसा करता है तो उसे ऑर्डर के बारे में बताया जाता है और भविष्य में ऐसा न करने की हिदायत दी जाती है.’
Hindustan Times की रिपोर्ट के मुताबिक़ संसद बिल्डिंग, लाइब्रेरी और अलग-अलग जगहों पर पीने के पानी की व्यवस्था की जाएगी. पेपर कप्स मुहैया करवाए जाएंगे.
संसद भवन को प्लास्टिक मुक्त करने की ये पहली कोशिश नहीं है, इससे पहले जून 2015, मई 2017 और अप्रैल 2018 में भी सिंगल यूज़ प्लास्टिक बंद करने की कोशिश की गई थी.
ग़ौरतलब है कि कुछ लोगों का मानना है कि विदेशी डेलिगेट्स को सप्लाई का पानी पिलाना मुश्किल हो सकता है.
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