दिल्ली चुनाव के बाद दिल्ली सरकार कुछ काम अच्छे किये हैं तो कुछ ऐसे भी है जिनकी आलोचना होना लाज़मी है. लेकिन आज हम दिल्ली सरकार के जिस फैसले के बारे में आपको बता रहे हैं, वो हर लिहाज से एक सराहनीय फैसला है. जी हां, दिल्ली सरकार ने ‘हेल्थ फ़ॉर ऑल’ के कॉन्सेप्ट को आगे बढ़ाने का फैसला लेते हुए दिल्ली के 48 प्राइवेट हॉस्पिटल्स में फ़्री सर्जरी स्कीम को लॉन्च करने जा रही है.

स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि मेडिकल टेस्ट्स के बाद अब प्राइवेट हॉस्पिटल्स में फ़्री सर्जरी की स्कीम भी लागू हो गई है. आने वाले समय में दिल्ली गवर्नमेंट सड़क दुर्घटना में घायल हुए व्यक्तियों का प्राइवेट हॉस्पिटल्स में मुफ्त इलाज कराने की योजना को भी लागू करने वाली है. स्वास्थ्य मंत्री ने ये भी बताया कि ‘हेल्थ फ़ॉर ऑल’ कॉन्सेप्ट के अंतर्गत दिल्ली निवासियों को उच्च चिकित्सीय सुविधा दी जा रही है. इतना ही नहीं अगर सरकारी अस्पताल में सर्जरी की डेट एक महीने से ज़्यादा की है, तो उस मरीज की सर्जरी प्राइवेट हॉस्पिटल में हो सकेगी. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि बीते शनिवार दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल द्वारा इस स्कीम का उद्घाटन हो किया जा चुका है.

इसके साथ ही हेल्थ मिनिस्टर जैन के अनुसार, प्राइवेट हॉस्पिटल्स में फ़्री सर्जरी का ट्रायल पूरा हो चुका है और अभी तक इसके अंतर्गत 230 सर्जरी भी हो चुकी हैं. इसमें बाईपास सर्जरी भी शामिल है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पहले जहां सरकारी अस्पतालों में महंगे टेस्ट के लिए डेढ़ से दो साल की वेटिंग होती थी, वहीं अब वेटिंग ख़त्म हो गई है. इसके साथ ही ये स्कीम लागू होने से सरकारी अस्पतालों में भी वेटिंग कम हो जाएगी.

जल्द ही सरकार अस्पतालों और नर्सिंग होम की लिस्ट नोटिफाई करेगी, जहां पर घायलों को समय पर बेहतर इलाज मिलेगा. गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने भी आदेश दिया था कि सड़क दुर्घटना में घायलों की जान बचाना सरकार की जिम्मेदारी है.

सीएम केजरीवाल के निर्देशों के बाद हेल्थ डिपार्टमेंट ने घायलों के इलाज का पूरा प्लान तैयार किया है. सड़क दुर्घटना में घायलों के इलाज के साथ इसमें आग से पीड़ित लोग भी शामिल होंगे. अब अगर कहीं पर आग लगती है, तो घायलों को तुरंत ही प्राइवेट हॉस्पिटल्स में भर्ती कराया जा सकता है और तुरंत ही उनका इलाज किया जाएगा. सबसे बड़ी बात है कि दिन पर दिन बढ़ते एसिड अटैक को देखते हुए एसिड अटैक विक्टिम को भी इस योजना के दायरे में रखा गया है और उनका इलाज भी प्राइवेट अस्पतालों में होगा.

इस योजना की ख़ास बात ये है कि इसके अंतर्गत मरीज़ को अपनी मर्ज़ी से हॉस्पिटल का चुनाव करने का अधिकार होगा कि वो कहां अपनी सर्जरी करना चाहता है. इस स्कीम में आने वाले 48 प्राइवेट हॉस्पिटल्स में दिल्ली /एनसीआर में स्थित मैक्स हॉस्पिटल, आईएलबीएस अस्पताल, बत्रा हॉस्पिटल, मेदांता मेडिसिटी, जीवन नर्सिंग होम, दिल्ली हार्ट और फेफड़े संस्थान, महाराजा अग्रसेन अस्पताल के नाम भी शामिल हैं. ये नि: शुल्क सुविधा केवल 52 प्रकार की विशिष्ट सर्जरी के लिए उपलब्ध है, जैसे कि हृदय बाईपास, लैप्रोस्कोपिक, पित्त मूत्राशय शल्य चिकित्सा आदि.

इस सुविधा का लाभ लेने के लिए मरीज़ को अपने एड्रेस प्रूफ़ के साथ OPD slip (निजी अस्पताल में रेफरल है का प्रमाण), इसके साथ ही एक प्राधिकरण प्रपत्र दिल्ली आरोग्य कोष के नोडल अधिकारी को देना होगा, जहां से उन्हें निप्राइवेट हॉस्पिटल में इलाज की अनुमति देने के लिए अधिकृतता पत्र मिलेगा. हॉस्पिटल प्रशासन इस पूरी प्रक्रिया में मरीजों के परिवार की मदद करेगा.