अब आपको घर बैठे मुफ़्त में कंडोम मिल सकता है. जी अपने सही पढ़ा, मुफ़्त में! बीते बुधवार को भारत का पहला फ़्री कंडोम स्टोर लॉन्च हुआ है. दुनियाभर के HIV ग्रसित लोगों में भारत तीसरे स्थान पर आता है. अमेरिका के हिसाब से भारत की करीब 21 लाख जनसंख्या HIV वायरस से ग्रसित है.
AIDS Healthcare Foundation (AHF) के हिसाब से, ये अपने आप में पहली पहल है. AHF के मुताबिक, अब कोई भी संस्था या व्यक्ति फ़ोन पर या ईमेल के ज़रिए आॅर्डर दे सकता है और डिलीवरी उसके घर पर होगी.
भारत में कई लोग शर्म और झेंप की वजह से कंडोम नहीं खरीदते. इससे पहले, सरकारी प्रोग्राम के ज़रिए भारत में मुफ़्त कंडोम बांटे गए, लेकिन लोगों के मुताबिक इन हेल्थ सेंटर पर अकसर कंडोम की या तो कमी रहती है, या वो घटिया क्वालिटी के होते हैं.
AHF के ग्लोबल एडवोकेसी और नीति प्रमुख, टेरी फ़ोर्ड के अनुसार-
पूरी दुनिया में कंडोम फंडिंग की स्थिति बहुत खराब है. हमसे, इस स्टोर्स के लिए कई लोगों और संस्थाओं ने निवेदन किया. इस स्टोर की भारत को ज़रूरत है. भारत का AIDS प्रोग्राम बहुत अच्छा चल रहा था, लेकिन साल 2014 में केंद्र सरकार ने इस फंडिंग में अपना शेयर हटा लिया, जिसकी वजह से कंडोम और एंटी रेट्रोवायरल ड्रग्स की कमी पड़ गई. केंद्र सरकार ने बाद में दोबारा फंडिंग शुरू कर दी, लेकिन एक बड़े तबके पर इसका रिस्क बना रहा.
पिछले महीने संसद में HIV/AIDS (रोकथाम और नियंत्रण) बिल पास हुआ है, जो कि 15 साल पहले पेश किया गया था.
टेरी फोर्ड ने कहा कि ये बहुत हताशाजनक है कि इस बिल को पास होने में इतने साल लग गए. हम दुनियाभर की सरकारों के साथ काम करते हैं, लेकिन भारतीय Bureaucracy जितना स्लो कुछ नहीं है.