‘फ़र्क़ ये नहीं पड़ता कि उड़ान भरी कहां से है, ज़रूरी ये है कि उस उड़ान में हौसला कितना ज़बरदस्त था.’

नक्सल प्रभावित क्षेत्र हो या मेट्रो सिटी अगर आपमें हुनर है, तो कोई रोक नहीं सकता. इसकी मिसाल बनी हैं मलकानगिरि ज़िले की रहने वाली अनुप्रिया मधुमिता. इन्होंने अपने आसमान में उड़ान भरने के सपने को पूरा करने के लिए इंजीनियरिंग बीच में छोड़कर 2012 में Government Aviation Training Institute (GATI) जॉइन किया. वहां उन्होंने सात साल तक की ट्रेनिंग की. इसके बाद उनका ये सपना पूरा हुआ है. जल्द ही इंडिगो एयरलाइंस में बतौर को-पायलट जॉइन कर अनुप्रिया मधुमिता लाकड़ा देश की पहली महिला कॉमर्शियल पायलट बन जाएंगी.

shethepeople

अनुप्रिया के सपने को पूरा करने में उनके माता-पिता का बहुत योगदान है. अनुप्रिया के पिता Mariniyas Lakra ओडिशा पुलिस में कॉन्स्टेबल हैं और उनकी मां Jimaj Yashmin Lakra हाउस वाइफ़ हैं. इनकी मां का कहना है,

हमने कभी अपनी बेटी को सपने देखने से नहीं रोका. हमें ख़ुशी है कि वो जो बनना चाहती थी वो बन गई. मैं चाहती हूं कि मेरी बेटी सब लड़कियों के लिए प्रेरणा बने और सभी पेरेंट्स अपनी बेटियों को पढ़ने के लिए सपोर्ट करें.

अनुप्रिया के पिता का कहना है,

अनुप्रिया ने सिर्फ़ हमारा ही नहीं, बल्कि पूरे राज्य का सिर गर्व से ऊंचा कर दिया है. हमारे लिए अनुप्रिया की पायलट ट्रेनिंग की फ़ीस देना बहुत मुश्क़िल था, लेकिन हमने जैसे-तैसे जोड़ कर कुछ रिश्तेदारों से लेकर उसे पढ़ाया. क्योंकि हम चाहते थे हमारी बेटी जो पढ़ना चाहती है वो पढ़े.

अनुप्रिया के पेरेंट्स और भाई मलकानगिरी के एक छोटे से घर में रहते हैं. इनकी दसवीं की पढ़ाई मिशनरी स्कूल और 12वीं की पढ़ाई कोरापुट ज़िले के एक स्कूल में हुई है.

ओडिशा के मुख्मंत्री नवीन पटनायक ने सोशल मीडिया के ज़रिए बधाई देते हुए लिखा,

मैं उनकी उपलब्धि से ख़ुश हूं. वो बाकी लड़कियों के लिए रोल मॉडल बनेंगी.

ओडिशा आदिवासी जनजातीय महासंघ नेता और राष्ट्रपति निरंजन बिसि ने कहा,

ये सिर्फ़ मलकानगिरी के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे ओडिशा के लिए गर्व की बात है. इस जगह के लोगों को अभी तक रेलवे लाइन का इंतज़ार है और यहां की अनुप्रिया मधुमिता अब प्लेन उड़ाएंगी.

आपको बता दें, ओडिशा की 4.2 करोड़ जनसंख्या में 22.95 प्रतिशत आदिवासी हैं. मलकानगिरी ज़िले में आदिवासी आबादी का प्रतिशत 57.4 है, जो सबसे अधिक है. हालांकि, ओडिशा की साक्षरता दर 73 प्रतिशत है. इसमें 41.20% आदिवासी महिलाएं हैं.