गणतंत्र दिवस के दिन दिल्ली में हुई हिंसा के मामले में दिल्ली पुलिस ने 122 लोगों को गिरफ़्तार किया है. दिल्ली पुलिस की लंबी-चौड़ी इस लिस्ट में 80 साल के बुजु़र्ग गुरुमुख सिंह का नाम भी शामिल है.
रिपोर्ट के मुताबिक, गुरुमुख सिंह गिरफ़्तार किये गये लोगों में सबसे उम्रदराज़ व्यक्ति हैं, जिन्हें 29 जनवरी को मुखर्जी नगर पुलिस स्टेशन के पुलिसकर्मियों द्वारा गिरफ़्तार किया गया. बताया जा रहा है कि गुरुमुख सिंह भारतीय सेना के रिटायर्ड अफ़सर हैं और उनकी गिरफ़्तारी से पूरा परिवार सदमे में है. परिवारवालों का कहना कि 26 जनवरी को हुए उपद्रव से गुरुमुख सिंह का कोई लेना-देना नहीं.
वहीं दिल्ली पुलिस ने उन पर मारपीट, हत्या के प्रयास का केस दर्ज किया है. रिपोर्ट के अनुसार, गुरुमुख सिंह फ़तेहपुर साहिब ज़िले के शमसपुर गांव के रहने वाले हैं. उनके पास डेढ़ बीघा ज़मीन है, जिस पर वो धान और गेहूं की खेती करते हैं. गुरुमुख सिंह को लेकर कहा जा रहा है कि वो बीते साल नवंबर में विरोध शुरू होने के बाद से दिल्ली में हैं.
80 year old Gurmukh Singh, was arrested by #Delhipolice in Kisan aandolan agitation. He had led a parade on Jan26 in Burari ground holding Sikh religious flags. He is from Fatehgarh Sahib district of #Punjab. Video source:area residents. @iepunjab @IndianExpress pic.twitter.com/eAbp1VchAo
— raakhijagga (@raakhijagga) February 3, 2021
बताया जा रहा है कि गुरुमुख सिंह की पत्नी मनजीत कौर किसानों को खालिस्तानी कहे जाने से बेहद दुखी हैं. आपको बता दें कि दिल्ली पुलिस ने आरोपियों की जो लिस्ट तैयार की है, उसमें 70 और 80 के दशक के लोग शामिल हैं. इन सभी पर दंगा भड़काने से लेकर डैकती तक का चार्ज लगाया गया है. यहां सवाल बस यही है कि दिल्ली पुलिस इतने बुज़ुर्ग शख़्स को गिरफ़्तार करके कौन सा न्याय कर रही है. पकड़ना है तो उन उपद्रवियों को पकड़िये जिन्होंने सच में हिंसा फ़ैलाई.