दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा एक अनोखी और सराहनीय पहल हुई है. रिपोर्ट के अनुसार अब दिल्ली में सड़क दुर्घटना के पीड़ित, एसिड अटैक और आग की चपेट में आए लोगों का प्राइवेट अस्पताल में मुफ़्त इलाज होगा और इसका खर्च दिल्ली सरकार उठाएगी.

स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन ने ट्वीट कर बताया कि सरकार का मकसद ज़्यादा से ज़्यादा जान बचाने की है. अकसर दुर्घटना के वक़्त सरकारी अस्पताल की दूरी की वजह से कई लोगों की जान चली जाती है. प्राइवेट अस्पताल भी ऐसे केस ज़्यादा खर्च की वजह से टाल देते हैं और सरकारी अस्पताल का रास्ता दिखा देते हैं.
Delhi govt will bear the expenses of treatment in pvt hospitals of people injured in road accidents,victims of burns and acid attacks pic.twitter.com/ipuSORCAcH
— Satyendar Jain (@SatyendarJain) March 9, 2017
Aim is to save as many lives as possible.Precious time is lost when long distances are covered to take the victims to a govt hospital2/3
— Satyendar Jain (@SatyendarJain) March 9, 2017
सरकार ने इस पहल की शुरुआत दिल्ली के 230 प्राइवेट अस्पताल से की है. इन अस्पतालों में 20 बेड, Intensive Care Units और इमर्जेंसी केस से निपटने के सारे बंदोबस्त होंगे.
Often pvt hospitals either don’t admit road accident victims or simply stabilise the patients before sending them off to a govt hospital.3/3
— Satyendar Jain (@SatyendarJain) March 9, 2017
कैसे और किसे मिलेगा लाभ?
इस सुविधा का लाभ सिर्फ़ उन्हीं का मिलेगा जिनका एक्सिडेंट दिल्ली में हुआ होगा. सरकार आपातकाल सेवा, सर्जरी और अस्पताल में दो हफ़्ते एडमिट होने का खर्च उठाएगी. अगर कोई इससे ज़्यादा रुकता है तो उसके लिए स्वास्थ्य विभाग के क्षेत्रीय निदेशक से इजाज़त लेनी होगी. प्राइवेट अस्पताल को इसके लिए 12 घंटे के अंदर दर्घटना की डीटेल्स और पीड़ित का विवरण जमा करना होगा