प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नें मंगलवार को राष्ट्र को संबोधित करते हुए ‘आत्मनिर्भर भारत’ का मंत्र देश को दिया था. उन्होंने कोरोना के कारण ठप पड़ी अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए 20 लाख करोड़ के आर्थिक पैकेज का ऐलान करते हुए लोगों को लोकल के लिए वोकल बनने के लिए कहा था. अब सरकार ने इस ओर कदम उठाना भी शुरू कर दिया है. सरकार ने बुधवार को कहा है कि पैरामिलिट्री कैंटीन में 1 जून से केवल ‘मेड इन इंडिया’ उत्पाद की बेचे जाएंगे.   

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गृहमंत्री अमित शाह ने ट्वीट किया, ‘कल माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने देश को आत्मनिर्भर बनाने और लोकल प्रोडक्ट्स (भारत में बने उत्पाद) उपयोग करने की एक अपील की जो निश्चित रूप से आने वाले समय में भारत को विश्व का नेतृत्व करने का मार्ग प्रशस्त करेगी.’  

उन्होंने आगे कहा, ‘इसी दिशा में आज गृह मंत्रालय ने ये निर्णय लिया है कि सभी केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (CAPF) की कैंटीनों पर अब सिर्फ स्वदेशी उत्पादों की ही बिक्री होगी. 01 जून 2020 से देशभर की सभी CAPF कैंटीनों पर ये लागू होगा. इससे लगभग 10 लाख CAPF कर्मियों के 50 लाख परिजन स्वदेशी उपयोग करेंगे.’  

बता दें, पैरामिलिट्री कैंटीन की बिक्री सालाना लगभग 2,800 करोड़ रुपये है. CAPF में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF), सीमा सुरक्षा बल (BSF), केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF), भारत तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP)), सशस्त्र सीमा बल (SSB), राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (NSG) और असम राइफ़ल्स शामिल हैं.  

गृह मंत्रालय ने कहा कि लोगों को मेड इन इंडिया उत्पाद ही इस्तेमाल करने चाहिएं और दूसरों को भी उपयोग करने के लिए आग्रह करना चाहिए.   

गृह मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया, ‘ये समय पिछड़ने का नहीं बल्कि आपदा को अवसर में बदलने का है. यदि प्रत्येक भारतीय केवल भारत के उत्पादों का इस्तेमाल करने का संकल्प करेगा तो देश आत्मनिर्भर हो जाएगा.’  

कुछ अधिकारियों का कहना है कि मंत्रालय ने पिछले साल गृह मंत्री द्वारा विभिन्न अर्धसैनिक बलों के मुख्यालय का दौरा करने के बाद इन कैंटीनों को ‘स्वदेशी’ उत्पादों को बढ़ावा देने का आग्रह किया था. उस समय, भारतीय-निर्मित उत्पादों में बहुत अधिक उपलब्ध नहीं थे, इसलिए कैंटीन के पास बैग और सूटकेस जैसे उत्पादों के लिए विदेशी ब्रांडों को बेचने के अलावा कोई विकल्प नहीं था.  

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सीएपीएफ कैंटीन के प्रभारी अधिकारी ने कहा, ‘अब जैसा कि गृह मंत्री ने फिर से स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए कहा है, हमारे पास कोई विकल्प नहीं है.’  

पीएम मोदी ने मंगलवार को अपने संबोधन में 20 लाख करोड़ रुपये के पैकेज की घोषणा करते हुए आत्मनिर्भरता पर भी जोर दिया था. उन्होंने लोगों से देश में निर्मित उत्पादों के उपयोग के लिए कहा. साथ ही पीएम ने कहा कि कोरोनवायरस के प्रकोप ने स्थानीय विनिर्माण, स्थानीय बाजार और स्थानीय आपूर्ति श्रृंखला के महत्व को साबित कर दिया है.  

‘संकट के समय में, लोकल ने हमारी मांग को पूरा किया है, लोकल ने हमें बचा लिया है, लोकल सिर्फ़ ज़रूरत नहीं है, ये हमारी ज़िम्मेदारी भी है.’  

उन्होंने कहा, प्रत्येक भारतीय को ‘अपने लोकल के लिए वोकल’ बनना है. महज़ ख़रीदना ही नहीं है बल्क़ि उन्हें गर्व से प्रमोट भी करना है.