वो क़ुरान की तालीम के लिए घर से निकली थी, तारीख थी 4 जनवरी. वो तालीम लेकर घर नहीं लौटी. 9 जनवरी को पुलिस को उसकी लाश मिली. ये पाकिस्तान के कसूर ज़िले में 7 वर्ष की ज़ैनब अंसारी के साथ हुआ.
इस निर्मम हत्या के बाद से ही पूरा पाकिस्तान दहल उठा. लोग सड़कों पर उतर आये, पुलिस से हुई झड़प में अब तक दो लोगों की जान जा चुकी है.
इस भयंकर घटना के विरोध में समा टीवी की न्यूज़ एंकर, किरण नाज़ ने अपनी बेटी को गोद में बिठाकर बुलेटिन पढ़ा. बुलेटिन में किरण के लफ़्ज़ कुछ यूं थे,
आज मैं एंकर किरण नाज़ नहीं हूं, आज मैं एक मां हूं. इसलिये आज मैं यहां अपनी बेटी के साथ बैठी हूं.
किरण ने आगे कहा,
सच ही कहते हैं सबसे हल्के ताबूतों को उठाने में ही सबसे ज़्यादा भारी लगते हैं. आज पूरा पाकिस्तान उसके ताबूत के वज़न तले दब गया है.
ज़ैनब के माता-पिता उमराह के लिए सऊदी अरब गए थे. किरण ने बुलेटिन में ये भी कहा,
एक तरफ़ जहां उसके माता-पिता उसकी लंबी उम्र की दुआ कर रहे थे वहीं पाकिस्तान में एक दानव घात लगाये बैठा था. ये सिर्फ़ एक बच्ची की हत्या नहीं है पूरी पाकिस्तानी समाज की हत्या है.
हम ये उम्मीद करते हैं कि पाकिस्तानी क़ानून गुनहगार को कड़ी सज़ा देगा.
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