सदियों से इंसान और जानवरों का एक गहरा नाता रहा है. कभी रखवाली और ज़रूरतों को पूरा करने वाले ये जानवर, कब इंसानों के दोस्त बन गए, इसका अंदाज़ा लगाना भी मुश्किल है. पर इतने सालों बाद आज भी ये दोस्ती बदस्तूर ज़ारी है, जिसके कई किस्से और कहानियां देखने-सुनने को मिलते रहते हैं. इसकी मिसाल इंदौर में देखने को मिली है, जहां देवेंद्र इनानी, रामू और गोपू नाम के दो पहाड़ी तोते ले कर आये. दोनों तोते घरवालों से इतना घुल-मिल गए कि घर के सदस्य बन गए और परिवार वालों के नाम लेना भी सीख गए.

दो साल पहले रामू छत पर बैठा ही था, कि बारिश और हवाओं के बीच कड़कती तेज बिजली से डर गया और उड़ कर कहीं चला गया. घर वालों ने रामू को आस-पड़ोस में बहुत तलाश किया. इसके अलावा सोशल मीडिया पर भी लोगों से रामू को ढूंढ़ने की अपील की, पर रामू का कुछ पता नहीं चला.

इस बीच देवेंद्र ने अपना घर बदल लिया और नए इलाके में रहने लगे. इस बीच दो साल बाद देवेंद्र के पड़ोसियों ने देखा कि उनके पुराने घर पर रामू बैठा हुआ है. पड़ोसियों ने ये खबर देवेंद्र तक पहुंचाई, जिसके बाद देवेंद्र, रामू को लेने अपने पुराने घर पहुंचे.

जैसे ही देवेंद्र अपने पुराने घर पहुंचे, रामू पापा-पापा करते हुए देवेंद्र के पास उड़ कर आया. अपने पुराने दोस्त को देखकर देवेंद्र की ख़ुशी का ठिकाना ही नहीं रहा.