पतंजलि सिम कार्ड के बाद बाबा रामदेव WhatsApp को टक्कर देने के लिए मैसेजिंग App लेकर आए हैं. इस App का नाम है ‘किम्भो’. लेकिन इस App की किस्मत पतंजलि का अन्य प्रोडक्ट जैसी नहीं निकली. शुरुआती दौर में ही किम्भो विवादों से घिर गया है. दो दिन में ही किम्भो चारों ओर से आलोचना की शिकार हो रहा है.
अब भारत बोलेगा.!
सिम कार्ड के बाद बाबा रामदेव ने लॉन्च किया मैसेजिंग ऐप KIMBHO, व्हाट्सऐप को मिलेगी टक्कर..अपना #स्वदेशी मैसेजिंग प्लेटफार्म। गूगल प्ले स्टोर से सीधे डाउनलोड करें।@yogrishiramdev@Ach_Balkrishna@bst_official @ANI@ani_digital@PTI_Newshttps://t.co/IxTGyLhMbq— tijarawala sk (@tijarawala) May 30, 2018
पहले तो ‘स्वदेशी’ App के लिए पाकिस्तानी मॉडल का इस्तेमाल करना पतंजलि को भारी पड़ा, हालांकि नज़र में आते ही पतंजलि ने उस विज्ञापन को हटा लिया.
लेकिन App की जो दूसरी समस्या थी, उससे पतंजलि इतनी आसानी से नहीं बच सका. ट्विटर पर मशूहर हैकर Robert Batiste उर्फ़ Elliot Alderson ने किम्भो App की आलोचना में कई ट्वीट किये हैं. हर ट्वीट से एक ही बात सामने आती है, किम्भो में डेटा की सुरक्षा बुहत कमज़ोर है. इस App को आसानी से हैक किया जा सकता है. Elliot ने यहां तक दावा कर दिया कि वो किसी के मैसेज को भी आसानी से पढ़ सकता है.
Hi @KimbhoApp before trying to compete #WhatsApp, you can try to secure your app. It’s possible to choose a security code between 0001 and 9999 and send it to the number of your choice #kimbhoApp pic.twitter.com/YQqK8lfIeI
— Elliot Alderson (@fs0c131y) May 30, 2018
Ok, I will stop here. The #Kimbho #android #app is a security disaster. I can access the messages of all the users…🤦♂️
— Elliot Alderson (@fs0c131y) May 30, 2018
Elliot की मानें तो पतंजलि का किंभु App किसी दूसरे App की नकल है. एक अन्य ट्वीट के ज़रिए ये भी कहा गया कि ‘BOLO’ नाम के App को बदल कर किम्भो कर दिया गया है. ये बदलाव शायद इतनी जल्दबाज़ी में हुई की कई जगह से ‘BOLO’ हटा ही नहीं है.
It is build on an app called “BOLO”. Kimbho team is so dumb that they didnt even changed the OTP SMS format!! Even the description n pics used are same as Bolo app! 😂 https://t.co/QKGjYC1y2J pic.twitter.com/40yRxZKbLX
— Abhishek Singh (@ThakurrSaab) May 31, 2018
The @KimbhoApp is a copy paste of another #application. The description and the screenshots in the app stores are the same. Moreover, the #Kimbho app is making request to bolomessenger[.]com pic.twitter.com/gOKOhash5X
— Elliot Alderson (@fs0c131y) May 31, 2018
लॉंच के फ़ौरन बाद ही किम्भो को पचास हज़ार बार डाउनलोड किया गया. फ़िलहाल किन्हीं कारणों से इसे गुगल के प्लेस्टोर से हटा दिया गया है.
अब ये देखना होगा कि क्या बड़ी-बड़ी FMCG कंपनिज़ को धूल चटाने वाली पतंजलि क्या WhatsApp को टक्कर दे पाएगी.
Feature Image Source: entrackr