पिछले कई दिनों से चल रहा किसान आंदोलन काफ़ी तेज़ गति पकड़ता जा रहा है. इसी के चलते 1 दिसंबर को दोपहर 3 बजे केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने किसानों के साथ बैठक की. इस बैठक में केंद्र के साथ किसान यूनियनों के 35 से अधिक प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया. किसानों का दिल्ली की सीमाओं पर ये ‘दिल्ली चलो‘ विरोध प्रदर्शन विवादास्पद कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ़ है. इस आंदोलन में ख़ासकर पंजाब-हरियाणा के किसान शामिल हैं तो वहीं, पंजाब के किसान तो विरोध में लगातार आंदोलन कर रहे हैं.
आंदोलन कर रहे किसानों के साथ भले ही कुछ लोग नहीं हों, लेकिन कुछ लोग उनके समर्थन में हैं और उन्हें ज़रूरी सुविधाएं भी मुहैय्या करा रहे हैं. इसमें चिकित्सा शिविरों के आयोजन से लेकर खाना बांटने तक शामिल हैं. इसके लिए कई वॉलेंटियर्स और व्यक्ति मिलकर किसानों की मदद कर रहे हैं. इन तस्वीरों में आप देख सकते हैं सबकी मदद करने वाले दिल्ली स्थित अंतर्राष्ट्रीय सिख चैरिटी, खालसा एड किसानों की मदद के लिए आगे आए हैं और वो किसानों को मुफ़्त में लंगर दे रहे हैं.
डॉक्टर्स दिल्ली की सीमाओं पर चिकित्सा शिविर लगाकर कसानों को चिकित्सा सेवा दे रहे हैं.
अमरीक सुखदेव ढाबा यानि मुरथल ढाबा के लोग किसानों के साथ-साथ पुलिस को भी खाना खिला रहे हैं. इसके अलावा दिल्ली का मजनू का टीला गुरुद्वारा भी किसानों को विरोध प्रदर्शन की जगह पर खाना उपलब्ध करा रहे हैं.
इतना ही नहीं कई और भी स्थानीय वॉलेंटियर्स हैं, जो किसानों का समर्थन करते हुए आगे आए हैं और उन्हें खाने की चीज़ें बांट रहे हैं.
सिर्फ़ किसान ही नहीं, बल्कि किसानों के साथ झड़प करने वाले पुलिसकर्मी भी इन सेवाओं का लाभ उठा रहे हैं उन्हें भी ये लोग खाने की चीज़ें बांट रहे हैं.
विरोध प्रदर्शन करने वाले किसानों के समर्थन में सरकार कब आती है ये तो वक़्त बताएगा. मगर इनके समर्थन में उतरे लोगों द्वारा इनकी मदद करना, खाना, चिकित्सा और ज़रूरी चीज़ें मुहैय्या कराना हम सबका दिल छू गया.