26 फरवरी को सुबह 3:30 बजे भारतीय वायुसेना के 12 ‘मिराज 2000’ विमानों ने जैश-ए-मोहम्मद के ठिकाने पर बमबारी कर सैंकड़ों आतंकवादियों को मार गिराया.
देशभर में इसे पुलवामा हमले के बदले के रूप में देखा गया. कई जगह मिठाइयां बांटी गई और पटाखे फोड़े गए. वाघा बोर्डर पर भी लोगों का उत्साह देखने लायक था.
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पर इस हमले पर शहीदों के परिवारों का क्या कहना था?
Indian Express की रिपोर्ट के अनुसार, शहीद सुदीप विश्वास के परिवारवालों ने भारतीय वायुसेना द्वारा उठाए गए कदम का स्वागत किया है.
शहीद सुदीप के परिवारवालों ने बीते मंगलवार को प्रार्थना सभा रखी थी और सभा से पहले ही भारतीय वायुसेना द्वारा आतंकवादियों के ख़ात्मे की ख़बर आ गई. सुदीप के पिता ने कहा,

मैंने अपना बेटा खोया पर मैं ख़ुश हूं कि हमारी सेना ने मुंहतोड़ जवाब दिया. इससे मुझ में आत्मविश्वास आया है. हम इस क़रारे जवाब की सराहना करते हैं.
— शहीद सुदीप विश्वास के पिता

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वहीं शहीद बबलू संतरा के परिवारवालों का कहना है कि सरकार को सैनिकों की सुरक्षा पर ज़्यादा ध्यान देना चाहिए. शहीद बबलू की पत्नी जो अभी भी शोक में हैं ने कहा,
अगर भारत को ये सही लगता है तो मैं भी सराहना करती हूं. अगर वो युद्ध की सोच रहे हैं तो वो ऐसा कर सकते हैं, पर हमारे सैनिकों को सुरक्षा देने में वे असफ़ल रहे हैं. मैं इस कार्रवाई की सराहना करती हूं पर आख़िर में हर सैनिक किसी का पति, भाई या बेटा है. सरकार उनकी सुरक्षा के लिए क्या कर रही है? हमले का बदला लेने के साथ ही देश को सैनिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए. हमला फिर जवाबी हमला, इसका कोई अंत नहीं है.
-शहीद बबलू की पत्नी
भारतीय वायुसेना द्वारा बमबारी के बाद देश के कई लोग सोशल मीडिया पर पाकिस्तान के अंत की कामना करते दिखे. युद्ध के परिणाम क्या हो सकते हैं ये किसी शहीद के परिवार से ज़्यादा कोई नहीं समझ सकता.
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