एक तरफ़ जहां इंसानियत के ऐसे उदाहरण देखने को मिलते हैं जो दिल ख़ुश कर देते हैं, वहीं दूसरी ओर ऐसी भी घटनाएं सामने आती हैं, जो इंसानियत को शर्मसार कर दें.
गुरुवार को प्याज़ की बोरियों से भरा एक ट्रक लोनावला के क़रीब पुणे-मुंबई एक्सप्रेसवे के वलवान ब्रिज से लगभग 30 फ़िट नीचे पुराने मुंबई-पुणे हाईवे पर गिर गया.
पुलिस के अनुसार, ड्राइवर ने अपना संतुलन खो दिया था जिसकी वजह से ट्रक जा कर डिवाइडर पर टकरा गया और ये सड़क दुर्घटना हुई.
घायल पड़े ट्रक ड्राइवर की मदद करने के बजाये, बाक़ी ड्राइवर्स ट्रक से गिरी प्याज़ को भर-भर के ले जाने लगे. चश्मदीदों की मानें, तो सड़क पर फैली प्याज़ की ख़बर जैसे ही आस-पास के इलाक़ों तक पहुंची, स्थानीय लोग भी प्याज़ चुराने पहुंच गए.
काफ़ी देर बाद ट्रक ड्राइवर को सोमाताने फाटा के एक निजी अस्पताल ले जाया गया जहां उसका इलाज चल रहा है. ये घटना सुबह 6 बजे हुई. हाईवे को साफ़ करने के लिए कुछ देर के लिए Ideal Road Builders (IRB) के अधिकारीयों ने आवाजाही बंद कर दी थी.
इसी बीच, लोनावला पुलिस अज्ञात व्यक्तियों के ख़िलाफ़ दुर्घटना के बाद प्याज़ चोरी करने का मामला दर्ज करने पर विचार कर रही है.
ये घटना फिर एक सवाल उठाती है, क्या हम इतने पत्थर दिल हो गए हैं कि नीजि स्वार्थ कि एक घायल पड़ा इंसान हमें नहीं दिखता?